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Sun, Dec 21, 2025

जब कलीग्स बन जाएं ट्रैवल बड्डी, स्ट्रेस से मिलेगा छूटकारा, जानें क्यों युवाओं के बीच कर रहा ट्रेंड

Written by:Sanjucta Pandit
Published:
आजकल लोगों के बीच ट्रैवल को लेकर नजरिया लगातार बदल रहा है। वह फैमिली या पार्टनर के साथ छुट्टियां मनाने के बजाय फ्रॉलीग्स ट्रैवल ट्रेंड को फॉलो कर रहे हैं। यह बेशक एक नया शब्द हो सकता है, लेकिन यह अपने आप में बहुत यूनिक अनुभव देने वाला ट्रेंड है।
जब कलीग्स बन जाएं ट्रैवल बड्डी, स्ट्रेस से मिलेगा छूटकारा, जानें क्यों युवाओं के बीच कर रहा ट्रेंड

घुमक्कड़ या ट्रैवलिंग करने वाले लोगों के लिए क्या गर्मी, क्या बरसात और क्या ठंडी, वह किसी भी मौसम में नई-नई जगह को एक्सप्लोर करने के लिए निकल पड़ते हैं। समय में बदलाव के साथ घूमने-फिरने का अंदाज भी लगभग बदल चुका है। पहले की अपेक्षा अब यात्रा से जुड़ी आदतों में काफी ज्यादा चेंज देखने को मिला है। लोग ट्रैवल ट्रेंड्स शब्द का काफी ज्यादा इस्तेमाल कर रहे हैं। यदि आप भी ट्रैवल करने के शौकीन हैं, तो आज हम आपको उस ट्रैवलिंग के ट्रेंड्र के बारे में बताएंगे, जो पर्यटकों के बीच काफी तेजी से लोकप्रिय हो रहा है।

आजकल लोगों के बीच ट्रैवल को लेकर नजरिया लगातार बदल रहा है। वह फैमिली या पार्टनर के साथ छुट्टियां मनाने के बजाय फ्रॉलीग्स ट्रैवल ट्रेंड को फॉलो कर रहे हैं। यह बेशक एक नया शब्द हो सकता है, लेकिन यह अपने आप में बहुत यूनिक अनुभव देने वाला ट्रेंड है।

क्या है फ्रॉलीग्स ट्रैवल ट्रेंड?

बता दें कि फ्रॉलीग्स ऐसे कलीग्स होते हैं, जो आपके दोस्त बन चुके होते हैं जब आप ऑफिस में काम करते हैं। ऐसे में छुट्टी निकालकर साथ में कहीं घूमने-फिरने जाकर एक-दूसरे के बॉन्ड को और भी मजबूत बनाते हैं। यह ट्रैवल ट्रेंड काफी ज्यादा लोकप्रिय हो रहा है।

रिपोर्ट में हुआ खुलासा

थॉमस कुक इंडिया हॉलिडे रिपोर्ट के अनुसार, लगभग 28% लोग छुट्टियां मनाने अपने ऑफिस के दोस्तों के साथ जा रहे हैं। ऑफिस फ्रेंडशिप का दायरा अब मीटिंग रूम से निकलकर पहाड़ की वादियों, समुद्री तट आदि तक पहुंच चुका है। सभी अपने बजट के हिसाब से टूरिस्ट डेस्टिनेशन तय करते हैं और वहां जाकर अपना क्वालिटी टाइम स्पेंड करते हैं।

हो जाता है इमोशनल कनेक्शन

एक्सपर्ट्स की मानें तो ऑफिस दोस्तों के साथ ट्रिप पर जाना इमोशनल कनेक्शन का एक तार होता है, जहां आपको आराम मिलने के साथ-साथ काम के तनाव से छुटकारा मिल जाता है। यहां आप अपने कलीग्स को बेहतर तरीके से समझ सकते हैं। वर्क कल्चर से बाहर निकलकर रिलैक्स माहौल में एक-दूसरे से बातचीत करना आपके ऑफिशियल रिश्ते को भी मजबूत और समझदार बनाता है।कलीग्स के साथ ट्रैवल करना अच्छा है, लेकिन कई रिसर्च में यह चेतावनी भी दी गई है कि पर्सनल और प्रोफेशनल रिश्ते को जब आपस में जोड़ा जाए, तो कई बार यह गलतफहमी और आपसी मतभेद का कारण भी बन सकते हैं। कई बातें ऑफिस में सामने नहीं आ पातीं, जो ट्रिप में बातचीत के दौरान पता चलती हैं, जिससे परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।

इन बातों का रखें ध्यान

ट्रिप पर जाने से पहले आपको कुछ बातों को ध्यान में रखना चाहिए, जैसे कि काम की शिकायत को ट्रिप के बीच में ना लेकर आएं। इससे आपका प्लान खराब हो सकता है, साथ ही आपका मूड भी बिगड़ जाएगा और ट्रिप का मजा किरकिरा हो जाएगा। ऐसे में सभी को अपना पर्सनल स्पेस रखते हुए ऑफिस की पॉलिटिक्स से दूर रहना चाहिए।

युवाओं को आ रहा पसंद

आजकल के युवाओं को यह ट्रैवल स्टाइल काफी ज्यादा पसंद आ रहा है। ऑफिस कलीग्स के साथ ट्रैवल करना उनके लिए रिचार्ज होना जैसा माना जा रहा है। यहां एक-दूसरे के साथ मस्ती करने के साथ-साथ फोटो सेशन आदि आपके रिश्ते को बेहतर बनाने के साथ-साथ आपके समय को भी यूटिलाइज़ कर रहा है।