Sun, Dec 28, 2025

MP Tourism: ये है मध्य प्रदेश का अमरनाथ, यहां प्रकृति खुद करती है भोलेनाथ का अभिषेक

Written by:Diksha Bhanupriy
Published:
MP Tourism: मध्य प्रदेश एक ऐसा स्थान है जहां घूमने फिरने के लिए एक से बढ़कर एक जगह मौजूद है। चलिए आज हम आपको यहां के अमरनाथ के बारे में बताते हैं जहां प्रकृति खुद शिवलिंग का अभिषेक करती है।
MP Tourism: ये है मध्य प्रदेश का अमरनाथ, यहां प्रकृति खुद करती है भोलेनाथ का अभिषेक

MP Tourism: मध्य प्रदेश को ऐसे ही हिंदुस्तान का दिल नहीं कहा जाता। यहां पर मौजूद स्थान, संस्कृति, परंपरा और त्योहार इसे देश का दिल बनाने का काम भी करते हैं। जब आप मध्य प्रदेश आएंगे तो आपको धार्मिक से लेकर ऐतिहासिक, सांस्कृतिक, प्राकृतिक सभी तरह के स्थानों का दीदार करने को मिलेगा। यहां का मालवा निमाड़ अपनी अलग-अलग संस्कृति की वजह से पहचाना जाता है।

पर्यटक स्थलों की बात करें तो मध्य प्रदेश में हर तरह का स्थान मौजूद है जहां पर्यटकों का आना-जाना लगा रहता है। अब अगर आपको कोई यह बोले कि आप मध्य प्रदेश में ही अमरनाथ घूम सकते हैं तो आप क्या कहेंगे। आपको यह लगेगा कि सामने वाला आपको बुद्धू बना रहा है। लेकिन यह बात बिल्कुल सच है कि आप मध्य प्रदेश में ही अमरनाथ के दर्शन कर सकते हैं।

कहां है मध्य प्रदेश का अमरनाथ

मध्य प्रदेश का अमरनाथ यहां के खरगोन जिले में सतपुड़ा के घने जंगलों के बीच मौजूद एक गुफा में है। इसे बिजागढ़ महादेव के नाम से पहचाना जाता है। यह कैसी जगह है जहां पर प्रकृति खुद भगवान का अभिषेक करती है।

200 साल पहले मिला स्थान

मध्य प्रदेश के खरगोन जिले से 37 किलोमीटर दूर भगवानपुर तहसील में ऊंची पहाड़ी पर यह जगह मौजूद है। बताया जाता है कि 200 साल पहले इस जगह से लोग अनजान थे। लेकिन एक व्यक्ति को भगवान ने स्वप्न में दर्शन दिए और रास्ता बताते हुए यहां लेकर आए। जगह अब न केवल खरगोन बल्कि आसपास के जिले और महाराष्ट्र तक प्रसिद्ध है।

कैसा है मंदिर

पहाड़ियों के बीच स्थित गुफा में मौजूद इस मंदिर को स्थापित किसने किया इस बारे में तो कोई नहीं जानता लेकिन यहां 6 फीट ऊंची गुफा में तीन शिवलिंग स्थापित है और एक बाद में स्थापित किया गया है। यहां पर प्रकृति खुद शिवलिंग का अभिषेक करती है। यह जगह पूरी तरह से पहाड़ों और पेड़ पौधों से घिरी हुई है। बारिश के दिनों में यहां प्राकृतिक झरना बहता है। जिस तरह से अमरनाथ की गुफा है इस तरह की गुफा यहां पर भी है। गुफा तक पहुंचाने के लिए 15 सीढ़ियां उतरकर नीचे जाना पड़ता है। यहां प्रकृति बूंद-बूंद से शिवलिंग पर अभिषेक करती है।

पूरी होती है मनोकामना

इस मंदिर को लेकर भक्तों के बीच ये मान्यता है कि यहां पर साक्षात भगवान स्वयं मौजूद है। यहां पर जो भी मनोकामना मांगी जाती है वह पूरी होती है। यहां आने वाले भक्तों का कहना है कि बाबा की शरण में जो आता है, उसकी इच्छा पूरी होती है। यहां पर एक व्यक्ति का टूटा हुआ पर बिना ऑपरेशन के जुड़ गया था। लोगों के बीच और भी प्रसिद्ध हो गई।