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Sun, Dec 21, 2025

अजित पवार ने रद्द किया पुणे दौरा, आनन-फानन में क्यों गए मुंबई?

Written by:Neha Sharma
Published:
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने शनिवार को अचानक अपना पूरा पुणे दौरा रद्द कर दिया और वे तातड़ी में मुंबई के लिए रवाना हो गए। वे पुणे के उरली कांचन में एक इमारत का उद्घाटन करने वाले थे।
अजित पवार ने रद्द किया पुणे दौरा, आनन-फानन में क्यों गए मुंबई?

महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने शनिवार को अचानक अपना पूरा पुणे दौरा रद्द कर दिया और वे तातड़ी में मुंबई के लिए रवाना हो गए। वे पुणे के उरली कांचन में एक इमारत का उद्घाटन करने वाले थे, जिसमें राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी-एसपी) सुप्रीमो शरद पवार भी शामिल होने वाले थे। लंबे समय बाद चाचा-भतीजे का एक ही मंच पर आना तय था, जिससे राजनीतिक हलकों में खासा उत्साह था। लेकिन अजित पवार के अचानक फैसले ने नई अटकलों को जन्म दिया है। सूत्रों के मुताबिक, मुंबई में एक महत्वपूर्ण बैठक बुलाई गई है, और इसी वजह से उन्होंने पुणे का दौरा टाल दिया। राजनीतिक चर्चाओं में यह सवाल भी उठ रहा है कि क्या अजित पवार ने जानबूझकर शरद पवार के साथ मंच साझा करने से परहेज किया।

अजित पवार ने रद्द किया पुणे दौरा

दरअसल, मुंबई के आजाद मैदान में पिछले तीन दिनों से मराठा आरक्षण आंदोलन जारी है। आंदोलन का नेतृत्व कर रहे सामाजिक कार्यकर्ता मनोज जरांगे पाटिल आमरण अनशन पर बैठे हैं और उनकी तबीयत बिगड़ती जा रही है। डॉक्टरों की एक टीम ने शनिवार को उनकी स्वास्थ्य जांच भी की। माना जा रहा है कि मराठा आरक्षण को लेकर महायुति सरकार ने आपात बैठक बुलाई है और इसी बैठक में शामिल होने के लिए अजित पवार मुंबई रवाना हुए।

इस बीच, आंदोलन से एक दुखद खबर सामने आई है। लातूर जिले के टकलगांव निवासी विजय घोगरे नामक युवक की दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई। पुलिस के अनुसार, विजय अपने 40 साथियों के साथ दो टेंपो से मुंबई पहुंचे थे ताकि आरक्षण के समर्थन में प्रदर्शन कर सकें। प्रदर्शन के दौरान उनकी तबीयत अचानक खराब हुई और उन्हें जीटी अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने बताया कि विजय का शव पोस्टमार्टम के लिए जेजे अस्पताल भेजा गया है।

मनोज जरांगे का आंदोलन रविवार को तीसरे दिन में प्रवेश कर चुका है। वे मराठा समाज को ओबीसी कोटे से आरक्षण देने की मांग पर अड़े हैं और अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल कर रहे हैं। पुलिस ने उन्हें रविवार तक आंदोलन जारी रखने की अनुमति दी है। इस बीच, आंदोलन में शामिल कई प्रदर्शनकारियों की तबीयत भी बिगड़ी है। पिछले दो दिनों में जीटी और सेंट जॉर्ज अस्पताल में करीब 100 लोगों का इलाज किया गया है। ज्यादातर मरीजों को बदन दर्द, सिरदर्द, हाथ-पैरों में दर्द और सर्दी-जुकाम जैसी शिकायतें थीं। आंदोलन के बढ़ते असर ने राज्य की राजनीति और सामाजिक माहौल दोनों को गर्मा दिया है।