बेस्ट एम्प्लॉइज को-ऑपरेटिव क्रेडिट सोसायटी के 2025-2030 कार्यकाल के लिए हुई संचालक मंडल की चुनाव प्रक्रिया का परिणाम देर रात घोषित हुआ। इस चुनाव में कामगार नेता शशांक राव के पैनल ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 14 सीटें जीत लीं। वहीं, महायुति के सहकार समृद्धि पैनल को 7 सीटों पर विजय मिली। सबसे बड़ा झटका ठाकरे बंधुओं (उद्धव ठाकरे गुट और मनसे) को लगा, जिनके उत्कर्ष पैनल को एक भी सीट नहीं मिली। आगामी मुंबई महापालिका चुनाव में गठबंधन कर उतरने की तैयारी कर रहे दोनों दलों के लिए यह नतीजा बड़ा धक्का माना जा रहा है।
उद्धव ठाकरे- राज ठाकरे को बड़ा झटका
ठाकरे बंधुओं के एकजुट होकर मैदान में उतरने से यह चुनाव खास चर्चा में रहा। ठाकरे गुट और मनसे ने मिलकर ‘उत्कर्ष पैनल’ खड़ा किया था। इसके जवाब में महायुति ने भाजपा नेता प्रवीण दरेकर और प्रसाद लाड की ‘श्रमिक उत्कर्ष सभा’, मंत्री नितेश राणे की ‘समर्थ बेस्ट कामगार संघटना’ और शिंदे गुट के किरण पावसकर की ‘राष्ट्रीय कर्मचारी सेना’ को मिलाकर ‘सहकार समृद्धि पैनल’ तैयार किया। दूसरी ओर, शशांक राव का पैनल भी मैदान में था। प्रतिष्ठा की इस लड़ाई में शशांक राव पैनल ने बाजी मारते हुए महायुति और ठाकरे पैनल दोनों को पीछे छोड़ दिया।
18 अगस्त 2025 को भारी बारिश के बावजूद मतदान के प्रति मतदाताओं में जबरदस्त उत्साह देखने को मिला। करीब 83 प्रतिशत मतदान दर्ज हुआ। नतीजे देर रात आए, जिसमें 21 में से 14 सीटों पर शशांक राव पैनल विजयी हुआ, जबकि सहकार समृद्धि पैनल को 7 सीटें मिलीं। ठाकरे-मनसे के उत्कर्ष पैनल को एक भी सीट न मिलने से बेस्ट पतपेढ़ी में शिवसेना की 9 साल पुरानी सत्ता चली गई। यह परिणाम ठाकरे गुट और मनसे के लिए चिंता का विषय बन गया है।
इस चुनाव में उद्धवसेना ने 19 और मनसे ने 2 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे। चुनाव से पहले ठाकरे गुट ने पूरी ताकत झोंक दी थी और महायुति से मुकाबला सीधे ठाकरे बनाम प्रसाद लाड के रूप में दिखने लगा था। लेकिन शशांक राव के पैनल ने चौंकाते हुए 14 सीटें अपने नाम कर लीं। विशेषज्ञों का मानना है कि यह परिणाम आने वाले मुंबई महापालिका चुनाव का बड़ा संकेत है और ठाकरे गुट व मनसे को अपनी रणनीति नए सिरे से बनानी होगी।





