Fri, Dec 26, 2025

सकुशल बाहर निकाले गए सिलक्यारा टनल में फंसे 41 मजदूर, पीएम मोदी बोले “मैं इस बचाव अभियान से जुड़े सभी लोगों के जज्बे को भी सलाम करता हूं”

Written by:Sanjucta Pandit
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सकुशल बाहर निकाले गए सिलक्यारा टनल में फंसे 41 मजदूर, पीएम मोदी बोले “मैं इस बचाव अभियान से जुड़े सभी लोगों के जज्बे को भी सलाम करता हूं”

Uttarkashi Tunnel Rescue : उत्तराखंड के उत्तरकाशी में सिल्क्यारा टनल में फंसे 41 श्रमिकों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है। इन श्रमिकों को 38 मिनट 21 सेकंड के अंदर टनल से बाहर निकाल लिया गया। सभी श्रमिकों को एंबुलेंस से अस्पताल भेजा गया।

दरअसल, पिछले 16 दिन से टनल में फंसे मजदूरों को बाहर निकालने के लिए लगातार रेस्क्यू अभियान चलाया जा रहा था जो कि आज पूरे 17 दिन बाद खत्म हो चुका है। बता दें कि इस सुरंग के भीतर कुल 41 श्रमिक फंस गए थे, जिन्हें धीरे-धीरे सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है। इसके साथ ही यह रेस्क्यू ऑपरेशन अभी तक का सबसे बड़ा ऑपरेशन बन गया है।

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बाहर निकाले गए श्रमिकों से बात की। उनके साथ केंद्रीय मंत्री वीके सिंह भी थे। सीएम धामी ने मीडिया से जानकारी देते हुए कहा कि सभी मजदूरों को उत्तराखंड सरकार की ओर से कल एक-एक लाख रुपए की मदद दी जाएगी। उन्हें एक महीने का सवेतन अवकाश भी दिया जाएगा, जिससे वह अपने परिवार वालों से मिल सकें।

पीएम मोदी ने ऑफिसियल ट्वीट करके जानकारी दी है कि उत्तरकाशी में हमारे श्रमिक भाइयों के रेस्क्यू ऑपरेशन की सफलता हर किसी को भावुक कर देने वाली है।

टनल में जो साथी फंसे हुए थे, उनसे मैं कहना चाहता हूं कि आपका साहस और धैर्य हर किसी को प्रेरित कर रहा है। मैं आप सभी की कुशलता और उत्तम स्वास्थ्य की कामना करता हूं।

यह अत्यंत संतोष की बात है कि लंबे इंतजार के बाद अब हमारे ये साथी अपने प्रियजनों से मिलेंगे। इन सभी के परिजनों ने भी इस चुनौतीपूर्ण समय में जिस संयम और साहस का परिचय दिया है, उसकी जितनी भी सराहना की जाए वो कम है।

मैं इस बचाव अभियान से जुड़े सभी लोगों के जज्बे को भी सलाम करता हूं। उनकी बहादुरी और संकल्प-शक्ति ने हमारे श्रमिक भाइयों को नया जीवन दिया है। इस मिशन में शामिल हर किसी ने मानवता और टीम वर्क की एक अद्भुत मिसाल कायम की है।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ऑफिसियल ट्वीट करके जानकारी दी कि हम सभी के लिए अत्यंत हर्ष का विषय है कि सिलक्यारा (उत्तरकाशी) में निर्माणाधीन टनल में फंसे सभी 41 श्रमिकों को सकुशल बाहर निकाल लिया गया है। सभी श्रमिक भाइयों का अस्थाई मेडिकल कैम्प में प्रारंभिक स्वास्थ्य परीक्षण किया जा रहा है।

प्रधानमंत्री के कुशल नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में संचालित इस चुनौतीपूर्ण रेस्क्यू ऑपरेशन में पूरी ताक़त से जुटी केंद्रीय एजेंसियों, सेना, अंतर्राष्ट्रीय एक्सपर्ट्स एवं प्रदेश प्रशासन की टीमों का हृदयतल से आभार।

प्रधानमंत्री जी से हम सभी को एक अभिभावक के रूप में मिले मार्गदर्शन एवं कठिन से कठिन स्थिति में उनके द्वारा प्रदान की गई हर संभव सहायता, इस अभियान की सफलता का मुख्य आधार रही।

17 दिनों बाद श्रमिक भाइयों का अपने परिजनों से मिलना अत्यंत ही भावुक कर देने वाला क्षण है।

ऑपरेशन पूरा करने में पूरी रात लग जाएगी- लेफ्टिनेंट जनरल

सभी मजदूरों को टनल से बाहर निकालने के बाद उन्हें इलाज के लिए चिन्यालीसौड़ अस्पताल में भर्ती कराया जा रहा है। जिसके लिए प्रशासन और डॉक्टरों द्वारा पहले से ही तैयारी कर ली थी। बता दें कि टनल के अंदर चिकित्सा सुविधाएं तैनात है। इसके अलावा, मजदूरों को एयरलिफ्ट करने के लिए चिन्यालीसौड़ हवाई पट्टी पर चिनूक हेलीकॉप्टर भी मौजूद है। वहीं, NDMA के सदस्य लेफ्टिनेंट जनरल सैयद अता हसनैन ने कहा, “मेरे अनुसार, इस ऑपरेशन को पूरा करने में पूरी रात लग जाएगी”।

इधर, रेस्क्यू टीम ने सभी के परिजनों को बधाई भी दी है। साथ ही, अंतर्राष्ट्रीय टनलिंग विशेषज्ञ अर्नोल्ड डिक्स ने सभी रेस्क्यू टीम के साथ सेल्फी भी ली है जो कि इस ऑपरेशन का मोर्चा संभालते हुए लगातार कड़ी नजर बनाए हुए थे और परिवारवालों को आश्वासन भी दिया था कि जल्द ही उन्हें बाहर निकाल लिया जाएगा।

सीएम धामी ने किया ट्वीट

वहीं, सीएम धामी लगातार सभी गतिविधियों पर अपनी नजर बनाएं हुए थे। जिन्होंने ट्वीट करते हुए एक पोस्ट शेयर किया। जिसमें मुख्यमंत्री ने लिखा, “बाबा बौख नाग जी की असीम कृपा और देश के करोड़ों लोगों की प्रार्थना के साथ ही रेस्क्यू ऑपरेशन में लगे सभी बचाव दलों के अथक परिश्रम के परिणामस्वरूप मजदूरों को बाहर निकालने के लिए टनल में पाइप डालने का कार्य पूरा हो चुका है। जल्द ही सभी श्रमिकों को बाहर निकाल लिया जाएगा।

12 नवंबर को हुई थी घटना

दरअसल, 12 नवंबर यानि दिवाली के दिन उत्तरकाशी के सिल्क्यारा में टनल बनाते समय अचानक मलबा धंस गया था। तब से लेकर आज तक कुल 41 मजदूर इसमें फंसे रहे। केंद्र सरकार, राज्य सरकार और राहत बचाव टीम द्वारा लगातार उसी दिन से प्रयास किए जा रहे थे। वहीं, अंदर फंसे सभी लोगों को बीते 16 दिनों से पाइप के जरिए खाना पहुंचाया जा रहा था।