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Sat, Dec 20, 2025

भारत की ‘सात बहनें’ और उनका भाई, जहां दिखेगा संस्कृति, इतिहास और खूबसूरती का अनोखा संगम!

Written by:Sanjucta Pandit
Published:
आज हम आपको भारत के सात बहनों की भूमि कहे जाने वाले राज्यों के बारे में बताने जा रहे हैं, जो सामान्य ज्ञान के लिहाज से भी जानना जरूरी है।
भारत की ‘सात बहनें’ और उनका भाई, जहां दिखेगा संस्कृति, इतिहास और खूबसूरती का अनोखा संगम!

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भारत का हर एक शहर अलग-अलग महत्व के लिए जाना जाता है। पूरब से लेकर पश्चिम तक… उत्तर से लेकर दक्षिण तक… हर कोने में स्थित शहर देश के विकास से लेकर लोगों के लिए अपनी अलग भूमिका निभाता है। कुछ शहर सांस्कृतिक धरोहर के लिए जाना जाता है, तो कुछ शहर अपने आप में इतिहास समेटे हुए हैं। कुछ शहर उद्योग के लिए जाना जाता है, तो कुछ शहर पर्यटकों के बीच फेमस है। कुछ शहर छात्रों के लिए पढ़ाई का गढ़ है, तो कुछ शहर महंगाई के लिए भी फेमस है।

पिछले कई आर्टिकल में हम आपको बहुत सारे शहरों के बारे में जानकारी दे चुके हैं, जहां रहना, खाना हर किसी के बस की बात नहीं है। तो वहीं आज हम आपको उन राज्यों के बारे में बताने जा रहे हैं, जो सात बहनों की भूमि कहलाती है।

भारत के सात बहनों की भूमि

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, भारत में कुल 4000 से भी अधिक शहर है। जिनमें से 300 शहर में करीब एक लाख से ज्यादा लोग रहते हैं। कुछ शहरों को स्मार्ट सिटी और मैग्नेट सिटी के नाम से जाना जाता है, लेकिन आज हम आपको भारत के सात बहनों की भूमि कहे जाने वाले राज्यों के बारे में बताने जा रहे हैं, जो सामान्य ज्ञान के लिहाज से भी जानना जरूरी है। वहीं, प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे छात्रों को भी इसका जवाब पता होना चाहिए।

जानें नाम

दरअसल, पूर्वोत्तर भारत के साथ राज्य को सात बहनों के नाम से जाना जाता है। जिनके नाम अरुणाचल प्रदेश, असम, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नगालैंड और त्रिपुरा है। जिन्हें 7 बहनों की भूमि कहा जाता है। यह सभी राज्य एक दूसरे से जुड़े हुए हैं। आपको यह जानकर हैरानी होगी कि इन राज्यों का भाई सिक्किम को कहा जाता है। भारत के कुल क्षेत्रफल का लगभग 7% इलाका इन राज्यों ने कर किया हुआ है। यहां की संस्कृति और परंपरा काफी अलग और अनोखी है। भारत के कुल आबादी की 3.7 प्रतिशत इन राज्यों की आबादी है।

बनाएं घूमने का प्लान

इन राज्यों में यदि घूमने का प्लान बनाया जाए, तो आपको अधिकतर पहाड़ की वादियां देखने को मिलेगी, क्योंकि यह सभी हिमालयी इलाका है। इसके अलावा, यहां की भाषा भी देश के अन्य सभी राज्यों से अलग है। पर्यटन की दृष्टि से भी यह देश की अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान करता है।