MP Breaking News
Sun, Dec 21, 2025

अल्पसंख्यकों का दर्जा दिया जा सकता है, जिन राज्यों में हिंदू कम हैं: केंद्र सरकार

Published:
अल्पसंख्यकों का दर्जा दिया जा सकता है,  जिन राज्यों में हिंदू कम हैं: केंद्र सरकार

नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट। भारत सरकार के अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय ने सुप्रीम कोर्ट में पीआईएल दाखिल करते हुए बताया कि हिन्दुओं की संख्या जिन राज्यों में कम है, वहां की सरकारें हिन्दुओं को अल्पसंख्यक घोषित कर सकती हैं। अल्पसंख्यक का दर्जा मिलने के बाद हिंदू इन राज्यों में, अपने अल्पसंख्यक संस्थान स्थापित और संचालित कर पाएंगे।

यह भी पढ़ें – अब कक्षा 8वीं से शुरू होगी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की पढ़ाई

केंद्र ने आगे बताया कि राज्य सरकारें अल्पसंख्यक समुदाय के संस्थानों को भी दर्जा दे सकती है। जिस प्रकार 2016 में महाराष्ट्र ने अल्पसंख्यक समुदाय का दर्जा यहूदियों को दिया था। वैसे ही हर राज्य, धर्म या फिर भाषा के आधार पर अल्पसंख्यक का दर्जा दे सकता हैं। जैसे कि कर्नाटक ने उर्दू, मलयालम, लमानी, हिंदी, मराठी, तुलु, तेलुगू, गुजराती, तमिल और कोंकणी को अल्पसंख्यक भाषाओं का दर्जा अपने राज्य में दिया है।

यह भी पढ़ें – Jabalpur News: केंद्रीय श्रम संगठनों ने देश भर में किया दो दिवसीय हड़ताल की घोषणा

इसके पहले एडवोकेट अश्विनी कुमार उपाध्याय ने हलफनामा दिया था कि लदाख, मिज़ोरम, अरुणाचल, कश्मीर, नगालैंड, लक्षद्वीप, मेघालय, पंजाब और मणिपुर में यहूदी, हिंदू और बहाई धर्म के लोग अपने संस्थानों को अल्पसंख्यक संस्थान के तौर पर संचालित नहीं कर सकते हैं। उसी को मद्दे नज़र रखते हुए केंद्र सरकार ने हलफनामा दिया है। इसकी सुनवाई अब 10 मई को होगी।