बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व को पार्टी की सफलता के लिए अनिवार्य बताया है। एएनआई को दिए इंटरव्यू में गोड्डा से चार बार के सांसद दुबे ने कहा कि अगर मोदी जी बीजेपी के नेता नहीं होते तो पार्टी लोकसभा चुनाव में 150 सीटें भी नहीं जीत पाती। उन्होंने कहा कि मोदी के नेतृत्व में उन वर्गों का समर्थन मिला है जो पहले बीजेपी को वोट नहीं देते थे, जिससे कई राज्यों में पार्टी ने नई जमीन हासिल की है।
दुबे ने कहा, “मोदी जी के आने के बाद गरीब वर्ग, जो पहले बीजेपी का वोट बैंक नहीं था उनका विश्वास पार्टी की ओर बढ़ा। यह एक सच्चाई है। चाहे कोई माने या न माने।” उन्होंने जोर देकर कहा कि 2029 के लोकसभा चुनाव में भी बीजेपी को मोदी जी के नेतृत्व की जरूरत होगी। दुबे ने कहा कि मोदी का नाम ही पार्टी के लिए वोट जुटाने में सक्षम है जो उनके नेतृत्व और जनता के विश्वास को दर्शाता है।
75 वर्ष की आयु में पद छोड़ने संबंधी बयान
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के 75 वर्ष की आयु में पद छोड़ने संबंधी बयान पर टिप्पणी करते हुए दुबे ने कहा कि मोदी जी को ऐसा करने की कोई जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा, “बीजेपी को उनकी जरूरत है। एक राजनीतिक दल व्यक्तित्व के आधार पर चलता है।” दुबे ने यह भी दावा किया कि अगले 15-20 वर्षों तक मोदी जी नेतृत्व में दिखाई देंगे जो पार्टी और देश के लिए महत्वपूर्ण है।
जीत की राह आसान नहीं होती
निशिकांत दुबे ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि 2009 में उनकी जीत का अंतर केवल 6000 वोटों का था, जो यह दर्शाता है कि जीत की राह आसान नहीं होती। मोदी के नेतृत्व में बीजेपी ने 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में पूर्ण बहुमत हासिल किया और त्रिपुरा, असम, हरियाणा और ओडिशा जैसे राज्यों में पहली बार सरकार बनाई। इसके अलावा, पूर्वोत्तर और दक्षिणी राज्यों में भी पार्टी ने अपनी पैठ बढ़ाई है।





