ओडिशा कांग्रेस अध्यक्ष भक्त चरण दास ने कहा कि विपक्षी दलों की ओर से आज ‘ओडिशा बंद‘ बुलाया गया है। इसे जनता का व्यापक समर्थन मिला है। हजारों पार्टी कार्यकर्ता विभिन्न जिलों में विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। यह बंद बालासोर में एक कॉलेज छात्रा की आत्मदाह के विरोध में बुलाया गया था जिसने कथित तौर पर लंबे समय तक यौन उत्पीड़न का सामना किया था।
दास ने एएनआई से बात करते हुए कहा, “आठ विपक्षी दलों के हजारों कार्यकर्ता अपने-अपने जिलों में विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। ओडिशा बंद को जबरदस्त समर्थन मिल रहा है। जनता भी इस बंद का समर्थन कर रही है और पीड़िता के लिए न्याय की मांग कर रही है।” भद्रक और मयूरभंज सहित कई क्षेत्रों में दुकानें बंद रहीं और यातायात बाधित हुआ। चेन्नई-कोलकाता राजमार्ग पर ट्रकों और अन्य वाहनों के कारण लंबा जाम लग गया।
आखिर क्या है पूरा मामला
कांग्रेस और ऑल इंडिया फॉरवर्ड ब्लॉक सहित विपक्षी दलों ने इस बंद का नेतृत्व किया। उन्होंने राज्य सरकार पर छात्रा की मदद की पुकार को अनसुना करने का आरोप लगाया। प्रदर्शनकारियों ने मामले की निष्पक्ष जांच और महिलाओं की सुरक्षा के लिए कड़े कदम उठाने की मांग की। भुवनेश्वर में पेट्रोल पंप बंद रहे और सुरक्षा बलों को तैनात किया गया।
शिकायत पर कार्रवाई न करने का आरोप
यह बंद 20 वर्षीय छात्रा की दुखद मौत के विरोध में था जिसने फकीर मोहन कॉलेज में अपने विभागाध्यक्ष की ओर से उत्पीड़न के बाद आत्मदाह कर लिया था। छात्रा की शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं हुई जिसके बाद उसने शनिवार को कॉलेज परिसर में यह कदम उठाया। उसे पहले बालासोर जिला अस्पताल में भर्ती किया गया और बाद में एम्स भुवनेश्वर रेफर किया गया जहां सोमवार को उसकी मृत्यु हो गई। इस मामले में कॉलेज के विभागाध्यक्ष समीर कुमार साहू और प्राचार्य दिलीप घोष को गिरफ्तार किया गया है।





