प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ओमान दौरे का आज दूसरा दिन है। जहां उन्होंने मस्कट में भारतीय समुदाय और छात्रों के साथ बातचीत में प्रधानमंत्री मोदी ने ‘भारत माता की जय’, ‘वंदे मातरम’ और ‘मोदी, मोदी’ के नारों के बीच अपना भाषण शुरू किया। उन्होंने कहा कि ये युवा जोश और आपकी एनर्जी से यहां का पूरा वातावरण चार्ज हो गया है। मैं उन सब भाई बहनों को नमस्कार करता हूं जो जगह की कमी के कारण यहां नहीं हैं और पास के स्क्रीन पर लाइव देख रहे हैं। मैं यहां मिनी इंडिया देख रहा हूं। मलयालम, तमिल, तेलगू, मराठी और गुजराती बोलने वाले बहुत सारे लोग हैं।
उन्होंने कहा कि आज हम सब यहां एक परिवार की तरह इकट्ठा हुए हैं। इस कार्यक्रम को मैत्री पर्व कहा जाता है। यह ओमान में भारतीय स्कूलिंग सिस्टम के 50 साल पूरे होने का जश्न भी मनाता है।
भारत में विविधता हमारी संस्कृति का मजूबत आधार- PM मोदी
उन्होंने कहा कि भारत में विविधता हमारी संस्कृति का एक का मजबूत आधार है। हमारे लिए हर दिन नए रंग लाता है, हर मौसम एक नया त्योहार बन जाता है, हर परंपरा एक नए विचार के साथ आती है। यही वजह है कि हम भारतीय जहां भी जाते हैं जहां भी रहते हैं, हम विविधता का सम्मान करते हैं। प्रवासी भारतीय सह-अस्तित्व और सहयोग का जीता-जागता उदाहरण बन गए हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि हालही में भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को एक और जबरदस्त सम्मान दिया गया। UNESCO ने दिवाली को इंसानियत की अनंत सांस्कृतिक विरासत को अपनी प्रतिनिधि सूची में शामिल किया है। अब दिवाली का ‘दीया’ सिर्फ़ हमारे घर को ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया को रोशन करेगा। यह दुनिया भर में भारतीयों के लिए गर्व की बात है। दिवाली की यह ग्लोबल पहचान हमारी उस रोशनी की पहचान है जो उम्मीद, मेलजोल और इंसानियत का मैसेज फैलाती है।
पीएम मोदी ने बताया भारत-ओमान मैत्री का अर्थ
प्रधानमंत्री ने कहा कि हम यहां भारत-ओमान मैत्री पर्व भी मना रहे हैं। इसके साथ ही उन्होंने मैत्री का अर्थ भी बताया।
- M- मैरीटाइम हेरिटेज
- A- एस्पिरेशन
- I- इनोवेशन
- T- ट्रस्ट और टेक्नोलॉजी
- R- रिस्पेक्ट
- I – इनक्लूसिव ग्रोथ
इसका मतलब है कि यह मैत्री पर्व दोनों देशों के बीच दोस्ती, हमारे शेयर्ड इतिहास और एक अच्छे भविष्य का जश्न है।
भारत ने बदला अपना आर्थिक DNA- PM मोदी
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज हम ऐतिहासिक फैसला ले रहे हैं, जिसकी गूंज आने वाले कई दशकों तक सुनाई देगी। व्यापक आर्थिक साझेदारी समझौता 21वीं सदी में हमारी साझेदारी को नया विश्वास और नई ऊर्जा देगा। इससे व्यापार को नई गति मिलेगी और निवेश का भरोसा बनेगा। उन्होंने कहा बीते 11 वर्षों में भारत ने न सिर्फ नीतियां ही नहीं बदली हैं बल्कि भारत ने अपना आर्थिक DNA ही बदल दिया है। GST ने भारत को एकीकृत बाजार में बदल दिया है और दिवालिया संहिता से पारदर्शिता को बढ़ावा मिला है और निवेशकों का भरोसा भी बढ़ा है।
भारत और ओमान के रिश्तों पर क्या बोले पीएम मोदी?
पीएम ने कहा कि भारत-ओमान के बीच हमेशा से गहरे और जिंदादिल रिश्ते रहे हैं। दोनों देशों की मानसून हवाओं ने दोनों देशों के बीच व्यापार को दिशा दी है। हमारे पुरखे लोथल, मांडवी और ताम्रलिप्ति जैसे पोर्ट से लकड़ी की नावें लेकर मस्कट, सुर और सलालाह आते थे। मुझे खुशी है कि मांडवी से मस्कट तक के इन ऐतिहासिक रिश्तों को हमारी दूतावास ने एक किताब में इकट्ठा किया है।
अब शिक्षा से मजबूत हो रहे भारत-ओमान के रिश्ते
उन्होंने कहा कि भारत और ओमान के बीच जो रिश्ते व्यापार से शुरू हुए थे, वे आज शिक्षा से और मजबूत हो रहे हैं। मुझे बताया गया है कि यहां भारतीय स्कूलों में करीब 46,000 स्टूडेंट्स पढ़ते हैं। ओमान में रहने वाले कई समुदाय के हजारों बच्चे भी इसमें शामिल हैं। ओमान में भारतीय शिक्षा के 50 साल पूरे हो रहे हैं। यह हमारे रिश्तों में एक बड़ा मील का पत्थर है।
Incredible energy at the community programme in Muscat! The Indian diaspora continues to play a key role in bringing India and Oman closer.
https://t.co/z7EEovwqlq— Narendra Modi (@narendramodi) December 18, 2025
गौरतलब है कि पीएम मोदी तीन देशों जॉर्डन, इथियोपिया और ओमान की यात्रा पर हैं। वे जॉर्डन और इथियोपिया का दौरा कर चुके हैं। अब वह अपने दौरे के आखिरी चरण के तहत बुधवार को ओमान की राजधानी मस्कट पहुंचे जहां एयरपोर्ट पर ओमान के उपप्रधानमंत्री सैय्यद शिहाब बिन तारिक अल सईद ने मोदी का गर्मजोशी के साथ स्वागत किया। साथ ही एयरपोर्ट पर प्रधानमंत्री मोदी को गार्ड ऑफ ऑनर भी दिया गया।





