IAS Pushplata Yadav Success Story : संघ लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित की जाने वाली सिविल सेवा परीक्षा को देश की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक माना जाता है। हर साल इस परीक्षा में लाखों उम्मीदवार शामिल होते है, जिसमें से कुछ ही उम्मीदवार कड़ी मेहनत और लगन से इसे क्वालीफाई कर पाते है। कोई सालों तक परीक्षा देने के बाद भी सफल नहीं हो पाता तो कोई पहले और दूसरे अटेम्प्ट में बिना किसी कोचिंग के सफल होकर नई कहानी लिख देते है। आज आईएएस सक्सेस स्टोरी सेगमेंट में हम आपको बताने जा रहे है आईएएस पुष्पलता यादव की कहानी शादी के 4 साल बाद UPSC की तैयारी और तीसरे अटेम्प्ट में 80वीं रैंक लाकर IAS अफसर बनी।
पढ़िए आईएएस पुष्पलता यादव की सफलता की कहानी
- पुष्पलता यादव का जन्म हरियाणा के एक छोटे से गांव खुसबुरा में हुआ है। उनकी शुरुआती पढ़ाई-लिखाई इसी गांव से हुई है।
- 12वीं के बाद उन्होंने ग्रेजुएशन और फिर पोस्टग्रेजुएशन किया। उन्होंने 2016 में बीएससी और बाद में पोस्ट ग्रेजुएशन और एमबीए भी किया।
- मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, एमबीए की डिग्री भी हासिल करने के बाद पुष्पलता ने जॉब शुरू कर दी थी। इस दौरान वह सरकारी नौकरी की तैयारी भी करती रहीं और दो साल बाद वे स्टेट बैंक ऑफ हैदराबाद में असिस्टेंट मैनेजर पद पर पदस्थ हुई।
- नौकरी के बाद साल 2011 में उनकी शादी हो गई और वे मानेसर में रहने लगी। शादी के करीब 4 साल बाद फिर उन्होंने 2015 में स्टेट बैंक ऑफ हैदराबाद से इस्तीफा देकर यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी करना शुरू कर दी।
- इस दौरान वे अपने दो साल के बच्चे की भी जिम्मेदारी संभालती रही, हालांकि इसमें पुष्पलता के पति और ससुराल के अन्य लोगों ने उनका पूरा साथ दिया। जब वह तैयारी कर रही थीं तो पति बेटे को संभालते थे।
- वे सुबह चार बजे सोकर उठती थीं और इसके बाद छह से सात बजे तक पढ़ती थीं। इसके बाद बच्चे को स्कूल भेजकर फिर से पढ़ती थीं।
- मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पुष्पलता यादव पहले और दूसरे प्रयास में असफल हुई लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और तीसरे प्रयास में यूपीएससी में चयनित होकर साल 2017 में ऑल इंडिया 80वीं रैंक हासिल की।
- एक इंटरव्यू में पुष्पलता ने बताया था कि जब मैनें अपनी जर्नी शुरू की थी तो उनका बेटा गर्वित दो साल का था। मैं यह नहीं कह सकती कि यह मुश्किल नहीं था।मेरे पति और ससुराल वालों ने इस स्थिति को पूरी तरह से संभाल लिया और यह सुनिश्चित किया कि मेरे पास हमेशा पढ़ाई करने का समय हो।
- मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पुष्पलता कहती हैं कि उनका बेटा भी बहुत समझदार रहा है। एक समय था जब मैं पढ़ती थी तो वह बस आकर मेरी गोद में बैठ जाते थे। वह मुझे पढ़ाई जारी रखने के लिए कहता था और इसलिए नहीं रुकती थी क्योंकि वह वहां था। ट्रेनिंग के लिए मसूरी गईं उस दौरान ऐसे पल आते थे जब उन्हें गर्वित और पति की याद आती। यह विशेष रूप से कठिन होता है जब दूसरे ट्रेनी से उनके बच्चे मिलने आते हैं, मैं उनके साथ फिर से रहने से पहले दिन गिनती रहती थी।
क्या आप जानते है एक IAS अफसर कितनी मिलती है सैलरी
- IAS ऑफिसर उच्च श्रेणी के अधिकारी होते हैं, जिन्हें सातवें वेतनमान के तहत सैलरी दी जाती है।एक IAS ऑफिसर की सैलरी 56,100 रुपए महीने से लेकर 2,25,000 तक होती है।
- सभी भत्ते मिलाकर एक आईएएस अधिकारी को शुरुआती दिनों में कुल 1 लाख रुपये प्रतिमाह से ज्यादा सैलरी मिलती है
- स्वास्थ, आवास, यात्रा समेत कई तरह की सुविधाओं के लिए पैसा भत्ते के रूप में दिया जाता है। अलग-अलग पे-बैंड के हिसाब से अन्य लग्जरी सुविधाएं भी मिलती हैं।
बेसिक सैलरी के अलावा डियरनेस अलाउंस (DA), हाउस रेंट अलाउंस (HRA), सब्सिडाइज्ड बिल, मेडिकल अलाउंस और कन्वेंस अलाउंस दी मिलती है। - पे-बैंड के आधार पर एक आईएएस अधिकारी को घर, सिक्योरिटी, कुक और अन्य स्टाफ समेत कई सुविधाएं भी मिलती हैं।आने-जाने के लिए गाड़ी और ड्राइवर की भी सुविधा दी जाती है।
- पोस्टिंग के दौरान कहीं जाने पर ट्रैवल अलाउंस के अलावा वहां सरकारी घर भी दिया जाता है।मुफ्त में या फिर अधिक सब्सिडी पर बिजली और टेलिफोनिक सेवाएं मिलती है।





