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Sun, Dec 21, 2025

दुनिया की सबसे कम उम्र की CA, जिसने 19 साल की उम्र में रचा इतिहास, गिनीज बुक में नाम दर्ज!

Written by:Sanjucta Pandit
Published:
जिस उम्र में छात्र कॉलेज में एडमिशन की तलाश में रहते हैं, उसी उम्र में सबसे कम उम्र की महिला चार्टर्ड अकाउंटेंट बनकर इस लड़की ने एक असाधारण उपलब्धि हासिल की है।
दुनिया की सबसे कम उम्र की CA, जिसने 19 साल की उम्र में रचा इतिहास, गिनीज बुक में नाम दर्ज!

आज हम आपको दुनिया की सबसे कम उम्र की CA से मिलवाने जा रहे हैं, जिसका नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में दर्ज हो चुका है। बात करें यदि पढ़ाई-लिखाई के मामले की, तो भारत किसी भी देश से पीछे नहीं है। यहां पर सभी लेटेस्ट टेक्नोलॉजी के जरिए स्टूडेंट को शिक्षित किया जा रहा है। ऐसे में बच्चे बचपन से ही अपने भविष्य को संवारने का सपना देखते हैं और किसी एक क्षेत्र में अपने इंटरेस्ट के मुताबिक परचम लहराने के लिए लगातार प्रयास करते हैं।

जिस उम्र में छात्र कॉलेज में एडमिशन की तलाश में रहते हैं, उसी उम्र में सबसे कम उम्र की महिला चार्टर्ड अकाउंटेंट बनकर इस लड़की ने एक असाधारण उपलब्धि हासिल की है।

नंदिनी अग्रवाल (Nandini Agarwal)

दरअसल, यह भारत के मध्य प्रदेश के मुरैना जिले की रहने वाली है, जिसकी उम्र 19 साल है। जिसका नाम नंदिनी अग्रवाल है, जिसे गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स द्वारा मान्यता प्राप्त है। वह दुनिया की सबसे कम उम्र की महिला चार्टर्ड अकाउंटेंट हैं। हमेशा से मेहनती छात्रा रहीं नंदिनी ने 13 साल की उम्र में दसवीं की बोर्ड परीक्षा और 15 साल की उम्र में 12वीं की बोर्ड परीक्षा पूरी कर ली थी।

रखा CA बनने का टारगेट

शुरुआत से ही उन्होंने सबसे कम उम्र में CA बनने का टारगेट रखा, जिसके लिए वह दिन-रात मेहनत करती रहीं। साल 2021 में नंदिनी ने CA फाइनल परीक्षा में 800 में से 614 नंबर के साथ ऑल इंडिया रैंक 1 प्राप्त की। जिसके बाद उन्हें गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स द्वारा दुनिया की सबसे कम उम्र की महिला चार्टर्ड अकाउंटेंट का खिताब मिला।

फैमिली का रहा सपोर्ट

इस जर्नी में उनके बड़े भाई सहित उनकी फैमिली वालों ने उनका पूरा सपोर्ट किया। नंदिनी का यह सफर बिल्कुल भी आसान नहीं रहा। कम उम्र होने के कारण कई कंपनियों ने उन्हें सीखने के लिए काम देने में हिचकिचाहट दिखाई, इसके बावजूद उन्होंने अपने लक्ष्य से कभी खुद को भटकने नहीं दिया। आज वह जिस ऊंचाई पर पहुंच चुकी हैं, वहां शायद ही हर कोई पहुंच पाए।