Tue, Dec 23, 2025

सरकारी दावों की हकीकत, जर्जर सिंगोली-डूंगरपुर मार्ग बना बाधा, एंबुलेंस में करानी पड़ी सुरक्षित डिलीवरी

Reported by:Kamlesh Sarda|Edited by:Atul Saxena
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स्थिति की गंभीरता को देखते हुए 108 स्टाफ ने तत्काल निर्णय लेते हुए सुरक्षित स्थान पर एंबुलेंस रोककर परिजनों की सहायता से वहीं सुरक्षित डिलीवरी कराई।
सरकारी दावों की हकीकत, जर्जर सिंगोली-डूंगरपुर मार्ग बना बाधा, एंबुलेंस में करानी पड़ी सुरक्षित डिलीवरी

delivery in an ambulance

सरकारी दावों की माने तो मध्य प्रदेश में सड़कों का जाल बीच रहा है, उच्च गुणवत्ता की सड़कें बनाई जा रही हैं, गाँव गाँव को सड़कों से जोड़ा जा रहा है, खरब सड़कों को सुधारा जा रहा है और ये प्रक्रिया निरंतर जारी है लेकिन इन दावों में कितनी सच्चाई है ये नीमच जिले के वो आदिवासी जानते हैं जिन्हें बदहाल सड़कों को अपने जीवन का हिस्सा मान लिया है, सोमवार को एक बार फिर सरकारी दावों की पोल खुल गई …

नीमच जिले की सिंगोली तहसील के आदिवासी अंचल में सिंगोली से डूंगरपुर जाने वाला सड़क मार्ग वर्षों से बदहाल स्थिति में है। सोमवार को इस जर्जर सड़क ने एक बार फिर ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाओं की सच्चाई उजागर कर दी, जब समय पर अस्पताल नहीं पहुंच पाने के कारण 108 एंबुलेंस स्टाफ को बीच रास्ते में ही महिला की डिलीवरी करानी पड़ी।

जर्जर सड़क के चलते समय पर अस्पताल नहीं पहुंच पाई एंबुलेंस 

जानकारी के अनुसार ग्राम टिमरिया निवासी एक आदिवासी महिला को सुबह करीब 7 बजे प्रसव पीड़ा होने पर 108 एंबुलेंस से लाने की व्यवस्था की गई। लेकिन ग्राम परलाई के आगे सड़क अत्यंत खराब और खस्ताहाल होने के कारण एंबुलेंस की रफ्तार बेहद धीमी रही, जिससे अस्पताल पहुंचने में काफी विलंब हो गया। एंबुलेंस के टिमरिया पहुंचने तक महिला की पीड़ा अत्यधिक बढ़ चुकी थी।

108 स्टाफ ने एंबुलेंस रोककर कराई सुरक्षित डिलीवरी

स्थिति की गंभीरता को देखते हुए 108 स्टाफ ने तत्काल निर्णय लेते हुए सुरक्षित स्थान पर एंबुलेंस रोककर परिजनों की सहायता से वहीं सुरक्षित डिलीवरी कराई। इसके बाद जच्चा और बच्चा दोनों को सिंगोली अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने दोनों को पूरी तरह स्वस्थ बताया।

ग्रामीणों की मांग सड़क को शीघ्र सुधारा जाए 

इस मानवीय और साहसिक कार्य के लिए ग्रामीणों ने 108 एंबुलेंस स्टाफ की जमकर सराहना की। वहीं, सिंगोली–डूंगरपुर मार्ग की बदहाल स्थिति को लेकर प्रशासन और सरकार के खिलाफ आक्रोश भी व्यक्त किया। ग्रामीणों ने मांग की कि सड़क का शीघ्र सुधार कराया जाए, ताकि भविष्य में किसी गर्भवती महिला या गंभीर मरीज को इस तरह की जोखिम भरी स्थिति का सामना न करना पड़े।