नवरात्रि का समय देवी की आराधना का सबसे शुभ अवसर होता है और दुर्गा अष्टमी तो खासतौर पर मां दुर्गा और लक्ष्मी के पूजन का पर्व है। इस दिन श्रद्धा से पूजा-पाठ करने और सही मंत्रों के जाप से जीवन की परेशानियों से छुटकारा मिल सकता है।
अगर आप लंबे समय से आर्थिक तंगी या करियर में अड़चनों से जूझ रहे हैं, तो इस अष्टमी पर अपनी राशि के अनुसार मंत्रों का जाप करके आप चमत्कारी बदलाव महसूस कर सकते हैं। जानिए किन राशियों को कौन-सा मंत्र धन लाभ दिला सकता है।
राशि के अनुसार जाप करें ये मंत्र
मेष
“ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे।”
इस मंत्र का जाप मां चामुंडा को प्रसन्न करता है और करियर में तरक्की देता है।
वृषभ
“ॐ ह्रीं महालक्ष्म्यै नमः।”
यह मंत्र आर्थिक स्थिति को स्थिर करता है और व्यापार में लाभ दिलाता है।
मिथुन
“ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद श्रीं ह्रीं श्रीं ॐ महालक्ष्म्यै नमः।”
इस मंत्र से मां लक्ष्मी की विशेष कृपा प्राप्त होती है।
कर्क
“ॐ दुं दुर्गायै नमः।”
यह मंत्र नकारात्मक ऊर्जा को दूर करता है और जीवन में संतुलन लाता है।
सिंह
“ॐ क्लीं कल्याणि नमः।”
ये मंत्र मानसिक शांति के साथ-साथ आर्थिक सुरक्षा भी देता है।
कन्या
“ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं महालक्ष्म्यै नमः।”
व्यापार और नौकरी दोनों में लाभ के लिए उत्तम।
तुला
“ॐ ऐं ह्रीं क्लीं श्री सिद्ध लक्ष्म्यै नमः।”
यह मंत्र विशेष रूप से अचानक धन प्राप्ति में सहायक है।
वृश्चिक
“ॐ महादेव्यै च विद्महे विष्णुपत्न्यै च धीमहि। तन्नो लक्ष्मीः प्रचोदयात्।”
मां लक्ष्मी की स्थायी कृपा के लिए यह मंत्र बेहद असरदार है।
धनु
“ॐ ह्रीं श्रीं लक्ष्मीभयो नमः।”
इस मंत्र से रूके हुए काम पूरे होते हैं और पैसे की किल्लत खत्म होती है।
मकर
“ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं महालक्ष्म्यै नमः।”
कर्ज और नुकसान से छुटकारा पाने के लिए उत्तम मंत्र।
कुंभ
“ॐ ह्रीं नमः।”
साधारण पर असरदार, यह मंत्र शुद्ध मन और सकारात्मक ऊर्जा देता है।
मीन
“ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद।”
मां लक्ष्मी को शीघ्र प्रसन्न करने वाला यह मंत्र धनवृद्धि के लिए सर्वोत्तम है।
कैसे करें मंत्र जाप?
- जाप के लिए शांत और स्वच्छ स्थान चुनें।
- मां दुर्गा या लक्ष्मी की मूर्ति या तस्वीर के सामने दीपक जलाकर बैठें।
- 108 बार जाप करें।
- नवरात्रि के पूरे नौ दिनों तक जाप करना अधिक लाभकारी होता है।





