भारत और इंग्लैंड के बीच पांच मैचों की टेस्ट सीरीज का चौथा मुकाबला मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड स्टेडियम में खेला जाएगा। इस मैदान पर भारतीय टीम का प्रदर्शन अब तक बेहद निराशाजनक रहा है, और टीम अभी तक यहां एक भी टेस्ट जीतने में सफल नहीं हो पाई है। आखिरी बार 2014 में इस मैदान पर खेला गया टेस्ट मैच भारत के लिए एक कठिन अनुभव रहा, जिसमें उन्हें एक पारी और 54 रनों से करारी हार का सामना करना पड़ा था। उस मैच में भारतीय खिलाड़ियों का प्रदर्शन बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों क्षेत्रों में फीका रहा था।
पहली पारी में ध्वस्त हुई भारतीय बल्लेबाजी
2014 के टेस्ट में भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला लिया, जो उनके लिए भारी पड़ गया। पहली पारी में टीम 152 रनों पर सिमट गई। इस पारी में भारतीय टीम के लिए सबसे बड़ा झटका तब लगा जब 6 बल्लेबाज शून्य पर आउट हो गए। मुरली विजय, चेतेश्वर पुजारा, विराट कोहली, रवींद्र जडेजा, भुवनेश्वर कुमार और पंकज सिंह बिना रन बनाए पवेलियन लौटे। ऐसे में एमएस धोनी ने 133 गेंदों में 71 रनों की जुझारू पारी खेली, जो टीम के लिए सबसे बड़ी उम्मीद थी। उनके अलावा आर अश्विन ने 42 गेंदों पर 40 और अजिंक्य रहाणे ने 52 गेंदों में 24 रन बनाए, लेकिन यह प्रयास नाकाफी रहा।
इंग्लैंड का मजबूत जवाब
भारत की पहली पारी के जवाब में इंग्लैंड ने 367 रनों का मजबूत स्कोर खड़ा किया था। इस पारी में जो रूट ने 161 गेंदों में 77 रन बनाए, जिसमें सात चौके शामिल थे। जोस बटलर ने 130 गेंदों पर 70 और इयान बेल ने 58 रनों की उपयोगी पारी खेली। भारतीय गेंदबाजी में वरुण आरोन और भुवनेश्वर कुमार ने 3-3 विकेट लिए, लेकिन टीम इंग्लैंड को रोकने में नाकाम रही। इस मैच में न तो भारतीय और न ही इंग्लिश बल्लेबाज शतक जड़ सके, फिर भी इंग्लैंड ने बढ़त बना ली।
दूसरी पारी में भी निराशा
दूसरी पारी में भी भारतीय बल्लेबाजों का संघर्ष जारी रहा, और टीम 161 रनों पर ऑलआउट हो गई थी। इस बार आर अश्विन ने 56 गेंदों में 46 रन बनाए, जिसमें 5 चौके और 1 छक्का शामिल था, जो टीम की सर्वश्रेष्ठ पारी रही। एमएस धोनी ने 27 रन जोड़े, जबकि मुरली विजय और गौतम गंभीर ने 18-18 रन बनाए। हालांकि, पंकज सिंह एक बार फिर शून्य पर आउट हुए, जिससे दोनों पारी मिलाकर 7 बल्लेबाज बिना खाता खोले पवेलियन लौटे। इंग्लैंड की ओर से मोईन अली ने 39 रन देकर 4 विकेट लिए, जबकि जेम्स एंडरसन और क्रिस वोक्स ने 2-2 सफलताएं हासिल कीं थीं।





