Thu, Dec 25, 2025

शीतलहर पर CM Yogi की प्रदेशवासियों को ‘पाती’: रैन बसेरों में पुख्ता इंतजाम, आम लोगों से भी जरूरतमंदों की मदद की अपील

Written by:Banshika Sharma
Published:
Last Updated:
Yogi ki Paati : उत्तर भारत में कड़ाके की ठंड के बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेशवासियों के नाम एक भावपूर्ण पत्र लिखा है। उन्होंने प्रशासन को मानवीय दृष्टिकोण अपनाने के निर्देश देने के साथ ही आम नागरिकों से अपने आसपास मौजूद जरूरतमंदों की सहायता करने का आह्वान किया है।
शीतलहर पर CM Yogi की प्रदेशवासियों को ‘पाती’: रैन बसेरों में पुख्ता इंतजाम, आम लोगों से भी जरूरतमंदों की मदद की अपील

लखनऊ। उत्तर भारत में जारी भीषण शीतलहर के बीच उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश की जनता के नाम एक विशेष संदेश जारी किया है। ‘पाती’ के रूप में लिखे गए इस पत्र में मुख्यमंत्री ने कड़ाके की ठंड से बचाव के लिए सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों का जिक्र किया है, साथ ही समाज के हर वर्ग से मानवीय आधार पर एक-दूसरे की मदद करने की अपील की है।

मुख्यमंत्री ने अपने संदेश में साफ किया है कि ठंड के इस मौसम में किसी भी व्यक्ति को असहाय स्थिति में नहीं छोड़ा जाएगा। उन्होंने बताया कि प्रदेश भर में रैन बसेरों को पूरी क्षमता के साथ संचालित किया जा रहा है। इन आश्रय स्थलों में रजाई, कंबल, अलाव, हीटर और पीने के पानी जैसी जरूरी सुविधाओं का इंतजाम किया गया है। खास बात यह है कि रैन बसेरों में न केवल बेघर लोग, बल्कि दूर-दराज से आए परीक्षार्थी और अस्पतालों में भर्ती मरीजों के परिजन भी शरण ले रहे हैं।

प्रशासन को मानवीय दृष्टिकोण के निर्देश

CM Yogi ने अपने पत्र में उल्लेख किया है कि अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि वे ठंड से बचाव के कार्यों में पूरी संवेदनशीलता और तत्परता बरतें। प्रशासन को कड़े शब्दों में कहा गया है कि जमीनी स्तर पर काम करते समय मानवीय और अति-संवेदनशील दृष्टिकोण अपनाया जाए, ताकि कोई भी जरूरतमंद राहत से वंचित न रहे।

सामाजिक सहभागिता की अपील

सरकारी प्रयासों के साथ-साथ मुख्यमंत्री ने आम नागरिकों से भी इस मुहिम में जुड़ने का आह्वान किया है। उन्होंने लिखा है कि लोग अपने आसपास नजर दौड़ाएं और यह देखें कि उनके घरों में काम करने वाले सहयोगी, स्वच्छाग्रही, चौकीदार या अन्य जरूरतमंदों के पास ठंड से बचने के पर्याप्त साधन हैं या नहीं। यदि कमी हो, तो उन्हें सहायता पहुंचाई जाए।

मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर भी यह पाती साझा की। उन्होंने लिखा कि कठिन समय में ही मानवीय मूल्यों और संवेदनाओं की असली परीक्षा होती है। परोपकार भारतीय परंपरा का अभिन्न हिस्सा है और यही समाज को मजबूती प्रदान करता है। उन्होंने अंत्योदय से सर्वोदय के संकल्प को दोहराते हुए विकसित उत्तर प्रदेश के लक्ष्य की ओर बढ़ने की बात कही।