कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर महाराष्ट्र और कर्नाटक के चुनावों में वोटर लिस्ट में धांधली के आरोप लगाए। इस दौरान उन्होंने महाराष्ट्र का दस्तावेज दिखाया, जिसमें 10 अंकों का एक फोन नंबर लिखा था। इस नंबर के प्रदर्शित होने के बाद प्रयागराज के मेजा निवासी अंजनी मिश्रा के पास फोन कॉल्स आने शुरू हो गए। मिश्रा ने इस दस्तावेज को फर्जी बताते हुए राहुल गांधी पर उनका नंबर गलत तरीके से सार्वजनिक करने का आरोप लगाया।
अंजनी मिश्रा ने कहा कि उन्हें अचानक कई फोन कॉल्स मिलने लगे, जिनमें एक कॉलर ने बताया कि उनका नंबर वायरल हो गया है और इसे फर्जी वोटर लिस्ट से जोड़ा जा रहा है। मिश्रा ने बताया कि राहुल गांधी की प्रेस कॉन्फ्रेंस में दिखाए गए दस्तावेज में उनका नंबर प्रदर्शित हुआ, जो पिछले 15 साल से उनका प्राथमिक नंबर है। उन्होंने कहा कि इस घटना से उन्हें परेशानी हो रही है।
महाराष्ट्र से कोई संबंध नहीं
मिश्रा ने यह भी दावा किया कि उनका महाराष्ट्र से कोई संबंध नहीं है और उनका वोटर आईडी प्रयागराज का है। उन्होंने कहा कि वह कभी-कभार एक-दो दिन के लिए कहीं जाते होंगे, लेकिन महाराष्ट्र में उनका कोई आना-जाना नहीं है। मिश्रा ने राहुल गांधी द्वारा दिखाए गए दस्तावेज को पूरी तरह फर्जी करार दिया और इसे गलत तरीके से पेश करने का आरोप लगाया।
वोटर लिस्ट से हटाए जाने का दावा
राहुल गांधी ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में कर्नाटक के आलंद विधानसभा क्षेत्र में 6018 मतदाताओं के नाम वोटर लिस्ट से हटाए जाने और महाराष्ट्र के राजुरा विधानसभा क्षेत्र में 6850 मतदाताओं के नाम जोड़े जाने का दावा किया था। इसी दौरान दिखाए गए दस्तावेज में मिश्रा का नंबर शामिल था, जिसके बाद यह विवाद शुरू हुआ।





