उत्तराखंड की सरकार देवभूमि की सांस्कृतिक, धार्मिक और सामाजिक अस्मिता की रक्षा के लिए पूरी प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने 26 दिसंबर को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक वीडियो जारी किया है जिसमें उन्होंंने स्पष्ट कहा है कि उत्तराखण्ड केवल एक भौगोलिक राज्य नहीं, बल्कि करोड़ों लोगों की आस्था, परंपरा और विश्वास का केंद्र है और इसकी गरिमा से किसी भी प्रकार का समझौता नहीं किया जाएगा।
देवभूमि में पाखंड, ठगी और संदिग्ध तत्वों को कोई संरक्षण नहीं- पुष्कर सिंह धामी
मुख्यमंत्री ने वीडियो संदेश में कहा कि इसी नीति के तहत राज्य सरकार द्वारा धर्म और आस्था की आड़ में पाखंड, ठगी, अवैध गतिविधियों और संदिग्ध तत्वों के विरुद्ध ‘ऑपरेशन कालनेमि’ को 10 जुलाई से प्रदेशभर में प्रभावी रूप से लागू किया गया। इस अभियान का उद्देश्य देवभूमि की पवित्रता को बनाए रखते हुए कानून-व्यवस्था को सुदृढ़ करना और जनता के विश्वास की रक्षा करना है।
मुख्यमंत्री ने दिया ऑपरेशन कालनेमि के तहत कार्रवाई का विवरण
मुख्यमंत्री ने बताया कि ऑपरेशन कालनेमि के अंतर्गत हरिद्वार, देहरादून एवं ऊधमसिंहनगर जैसे संवेदनशील जनपदों में व्यापक स्तर पर सत्यापन एवं प्रवर्तन कार्रवाई की गई। हरिद्वार जनपद में 3091 व्यक्तियों का सत्यापन किया गया, जिनमें से 715 मामलों में अभियोग पंजीकृत किए गए तथा 305 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया है।
देहरादून जनपद में 1711 व्यक्तियों का सत्यापन करते हुए 206 गिरफ्तारियां की गईं, 09 अभियोग पंजीकृत किए गए तथा 380 व्यक्तियों के विरुद्ध निरोधात्मक कार्रवाई की गई। इसके साथ ही अवैध रूप से रह रहे विदेशी नागरिकों के विरुद्ध भी सख्त कार्रवाई की गई। ऊधमसिंहनगर जनपद में 220 संदिग्ध व्यक्तियों के विरुद्ध प्रभावी कार्रवाई करते हुए गंभीर मामलों में अभियोग दर्ज किए गए।
अवैध बांग्लादेशी नागरिकों को किया गया गिरफ्तार
उन्होंने बताया कि प्रदेश स्तर पर अब तक कुल 4802 से अधिक व्यक्तियों का सत्यापन कर 724 मामलों में अभियोग पंजीकरण किया गया तथा 511 गिरफ्तारियां की गई हैं। इसके अतिरिक्त अवैध रूप से रह रहे 19 बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया गया, जिनमें से 10 को डिपोर्ट किया जा चुका है जबकि शेष मामलों में कानूनी प्रक्रिया जारी है।
मुख्यमंत्री धामी ने स्पष्ट किया है कि यह अभियान किसी वर्ग या समुदाय के विरुद्ध नहीं, बल्कि कानून, व्यवस्था और देवभूमि की गरिमा की रक्षा के लिए है। आस्था का सम्मान किया जाएगा, लेकिन आस्था की आड़ में अपराध, पाखंड और धोखाधड़ी को किसी भी परिस्थिति में संरक्षण नहीं मिलेगा।
सीएम ने अधिकारियों को दिए कार्रवाई के निर्देश
सीएम ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि इस प्रकार की गतिविधियों पर निरंतर निगरानी रखी जाए तथा किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त न की जाए। देवभूमि की अस्मिता से खिलवाड़ करने वालों के विरुद्ध कठोरतम कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। उत्तराखण्ड सरकार विकास के साथ-साथ सांस्कृतिक और धार्मिक मूल्यों की रक्षा के लिए संकल्पबद्ध है और ऑपरेशन कालनेमि इसी प्रतिबद्धता का सशक्त उदाहरण है।
“देवभूमि में पाखंड, ठगी और राष्ट्रविरोध को कोई संरक्षण नहीं !”
ऑपरेशन कालनेमि के तहत छद्म भेषधारियों और अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी घुसपैठियों के खिलाफ सख़्त कार्रवाई लगातार जारी है। अब तक 10 बांग्लादेशी नागरिकों को डिपोर्ट किया जा चुका है, जबकि अन्य मामलों में कार्रवाई… pic.twitter.com/BUGHql811g
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) December 26, 2025





