जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर ने एक बार फिर बिहार भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल पर गंभीर आरोप लगाए हैं। किशोर ने दावा किया कि वर्ष 2007 में राजेश साह नामक युवक की हत्या जमीन कब्जाने के विवाद में हुई थी और इसके पीछे दिलीप जायसवाल का हाथ था।
जमीन विवाद में शुरू हुआ विवाद, फिर आई धमकियां
प्रशांत किशोर ने बताया कि राजेश के घर के बगल में सरस्वती शिशु मंदिर से जुड़ी एक रोड है। रोड से लगी जमीन की खरीद-बिक्री और कब्जे को लेकर विवाद हुआ। जब राजेश साह ने इसका विरोध किया तो उसे धमकियां मिलने लगीं। किशोर के अनुसार, बीजेपी नेता दिलीप जायसवाल वहां करीब 10 एकड़ जमीन पर कब्जा करना चाहते थे।
भीड़ ने की पिटाई, अस्पताल में मौत, परिजन तक नहीं मिले
वर्ष 2007 की दुर्गा पूजा के दौरान राजेश को उसके एक मित्र ने घर से बुलाया और भीड़ के सामने उसकी पिटाई हुई। किशोर ने दावा किया कि उसे सरकारी अस्पताल की बजाय दिलीप जायसवाल के नियंत्रण वाले माता गुजरी देवी मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया, जहां दो दिन तक परिजन को उससे मिलने नहीं दिया गया। बाद में उसकी मौत हो गई।
एफआईआर तक नहीं, न्याय के लिए लड़ रही मां और बहन
प्रशांत किशोर ने आरोप लगाया कि एक साल तक एफआईआर तक दर्ज नहीं की गई। इस सदमे में राजेश के पिता की भी मौत हो गई। राजेश की मां और बहन पिछले 16 साल से इंसाफ के लिए लड़ रही हैं, लेकिन आज तक कोई जांच पूरी नहीं हुई। पोस्टमार्टम रिपोर्ट तक परिजनों को नहीं दी गई।
जायसवाल की सफाई, बोले- साजिश हो रही है
इस आरोप के जवाब में बीजेपी नेता दिलीप जायसवाल ने फेसबुक पोस्ट के जरिए कहा कि यह सब राजनीतिक साजिश है। उन्होंने कहा कि उनके खिलाफ लगाए गए आरोप झूठे, मनगढ़ंत और बदनाम करने के इरादे से प्रेरित हैं। उन्होंने देश की संवैधानिक संस्थाओं पर भरोसा जताया और कहा कि सच सामने आ जाएगा।
16 साल बाद फिर उठा मामला, CID जांच अब भी अधूरी
यह मामला 2008 से न्याय की राह देख रहा है। हाईकोर्ट ने CID जांच के आदेश तो दिए, लेकिन आज तक कोई निष्कर्ष नहीं निकला। प्रशांत किशोर ने कहा कि अब जब पीड़ित परिवार जन सुराज से जुड़ा है, उन्हें धमकियां मिल रही हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर जरूरत पड़ी तो वे धमकी देने वालों के फोन नंबर भी सार्वजनिक कर देंगे।





