बिहार की सियासत में राहुल गांधी के ‘हाइड्रोजन बम’ बयान ने नया तूफ़ान ला दिया है। कांग्रेस नेता ने बीते सोमवार (01 सितंबर, 2025) को वोटर अधिकार यात्रा के अंतिम दिन पटना में कहा कि अब ‘वोट चोरी’ का हाइड्रोजन बम आएगा। उनका कहना था कि वोट की चोरी, आपके अधिकार की चोरी है। इस बयान के बाद राज्य में राजनीतिक गर्मी बढ़ गई है। मंगलवार (02 सितंबर, 2025) को केंद्रीय मंत्री और जनता दल (सें) नेता जीतन राम मांझी ने इस पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने राहुल गांधी के बयान को हास्यास्पद बताया और कहा कि इससे कोई बदलाव नहीं होगा। बिहार बीजेपी के नेता भी इस मामले में कड़ी प्रतिक्रिया दे रहे हैं।
जीतन राम मांझी की प्रतिक्रिया
केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने पटना में पत्रकारों से बातचीत में राहुल गांधी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, “एटम बम फोड़कर उन्होंने क्या किया? एक चींटी भी नहीं मरी। उसी प्रकार हाइड्रोजन बम फुटेगा तो कुछ होने वाला नहीं है। उनका कोई मुद्दा है?” मांझी ने बताया कि एसआईआर को लेकर यह एक प्रक्रिया है। मरे हुए लोगों के नाम हटाए जा रहे हैं और जिनका नाम नहीं था, उन्हें जोड़ा जा रहा है। उन्होंने कहा कि बाहरी तत्व जो वोटर नहीं हैं, वे बिहार की राजनीति को प्रभावित नहीं करेंगे। विपक्ष पर भी उन्होंने हमला किया और चेतावनी दी कि 2025 में सच्चाई सामने आएगी।
नीतीश कुमार और भ्रष्टाचार के सवाल पर मांझी का बयान
मीडिया ने मांझी से पूछा कि नीतीश कुमार के अधिकारी के घर से करोड़ों रुपये बरामद होने पर क्या राय है। मांझी ने कहा कि यह केवल बिहार में नहीं, पूरे देश में होता है। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार किसी भी हालत में भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं कर रहे हैं। अगर उनके अधिकारी द्वारा कोई गलत काम होता है तो वह तुरंत रडार पर आता है। मांझी ने कहा कि यह नीतीश कुमार की बड़ी सोच और ईमानदारी का उदाहरण है। उनका कहना था कि विपक्ष इस मामले को राजनीतिक मुद्दा बनाकर भ्रम फैला रहा है।
बीजेपी नेता दिलीप जायसवाल का हमला
बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष और लोकसभा नेता प्रतिपक्ष दिलीप जायसवाल ने भी राहुल गांधी पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी यह भूल रहे हैं कि उनके मंच से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की स्वर्गीय माताजी को गाली दी गई थी। जायसवाल ने राहुल के अहंकार पर सवाल उठाया और कहा कि पूरा देश यह देख रहा है। उनका कहना था कि देश की जनता इस बार कांग्रेस नेताओं को सबक सिखाएगी। जायसवाल के बयान से स्पष्ट है कि बीजेपी इस बयान को चुनावी मुद्दा बनाने की तैयारी कर रही है और राज्य में सियासी जंग और तेज होगी।
सियासत में बढ़ते तनाव का असर
राहुल गांधी के हाइड्रोजन बम बयान और मांझी-जायसवाल की प्रतिक्रियाओं के बाद बिहार की सियासत और गरमा गई है। विपक्ष और सत्ता पक्ष दोनों ही इसे लेकर बयानबाजी कर रहे हैं। जनता और मीडिया में भी इस मामले पर चर्चा हो रही है। राजनीतिक विशेषज्ञ मानते हैं कि यह बयान आगामी चुनावों में विपक्ष और सरकार के बीच संघर्ष को और बढ़ाएगा। जनता का ध्यान भी वोटर अधिकार और चुनाव प्रक्रिया पर केंद्रित होगा। इस बयान के प्रभाव से बिहार में सियासत के मैदान में आने वाले महीनों में हलचल बढ़ सकती है और राजनीतिक दलों के रणनीति में बदलाव देखने को मिल सकता है।





