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Sun, Dec 21, 2025

दमोह में वन विभाग ने किया 5 फीट लंबा मगरमच्छ का रेस्क्यू, लोगों ने ली राहत की सांस

Written by:Sanjucta Pandit
Published:
दमोह जिले के सिंग्रामपुर इलाके में 5 फीट लंबे मगरमच्छ ने बकरी और बछड़े का शिकार कर ग्रामीणों में दहशत फैला दी। एक महीने से तालाब के पास दिखाई दे रहे मगरमच्छ को वन विभाग की टीम ने कई घंटों की मशक्कत के बाद सुरक्षित पकड़ लिया है।
दमोह में वन विभाग ने किया 5 फीट लंबा मगरमच्छ का रेस्क्यू, लोगों ने ली राहत की सांस

मध्य प्रदेश के दमोह जिले में मगरमच्छ का आतंक देखने को मिला, जिससे स्थानीय लोगों में दहशत का माहौल बन गया था। कोई भी घर से बाहर निकलने में कतरा रहे थे। दरअसल, 5 फीट लंबे इस मगरमच्छ ने लोगों में डर फैलाई। साथ ही एक हफ्ते के अंदर बकरी और बछड़े को अपना शिकार भी बना लिया। मामला सिंग्रामपुर इलाके का है, जहां पिछले कई दिनों से तालाब के पास डेरा जमाए मगरमच्छ ने लोगों की नींद उड़ा कर रख दी थी। लोग डर के साए में जी रहे थे और बच्चों को तालाब के आसपास भेजने तक से कतरा रहे थे।

स्थानीय लोगों ने इसकी सूचना वन विभाग को दी। जानकारी मिलते ही विभाग की टीम मौके पर पहुंची और योजना बनाकर जाल बिछाया गया। कई घंटों की मशक्कत के बाद आखिरकार टीम ने मगरमच्छ को सुरक्षित पकड़ लिया।

डिप्टी रेंजर ने दी ये जानकारी

वन विभाग के डिप्टी रेंजर प्रवीण तिवारी ने बताया कि यह मगरमच्छ पिछले करीब एक महीने से ककहरा कॉलोनी के तालाब के आसपास दिखाई दे रहा था। लोगों ने इसकी मौजूदगी की जानकारी दी थी। इसके बाद टीम लगातार निगरानी कर रही थी और जैसे ही मौका मिला, मगरमच्छ को पकड़ने की कार्रवाई की गई। उन्होंने कहा कि पकड़े गए इस मगरमच्छ को अब भोपाल के वन विहार भेजा जाएगा। वन विभाग का कहना है कि उनकी टीम लगातार ऐसे इलाकों पर नजर बनाए हुए है, जहां मगरमच्छों की मौजूदगी की शिकायत मिलती है।

लोगों में दहशत

इलाके के लोगों का कहना है कि मगरमच्छ के तालाब में छिपे रहने से रोज डर बना रहता था। खासकर बच्चे और मवेशी तालाब के पास जाते तो परिवार के लोग घंटों चिंता में रहते थे। अब वन विभाग की कार्रवाई के बाद लोगों ने राहत महसूस की है।बता दें कि जिले में नदियों, तालाबों में मगरमच्छों की संख्या लगातार बढ़ रही है। कई बार ये आबादी वाले इलाकों तक पहुंच जाते हैं और पालतू जानवरों को निशाना बनाते हैं। यही वजह है कि ग्रामीणों में दहशत बनी रहती है। पिछले कुछ महीनों में जिले के अलग-अलग हिस्सों से मगरमच्छों के रेस्क्यू की कई घटनाएं सामने आ चुकी हैं।

दमोह, दिनेश अग्रवाल