टीवी की दुनिया में कुछ किरदार ऐसे होते हैं, जो सालों तक दर्शकों के दिल में बस जाते हैं। ‘भाभीजी घर पर हैं’ की अंगूरी भाभी भी उन्हीं में से एक हैं। इस किरदार को पहले शिल्पा शिंदे ने निभाया और बाद में शुभांगी अत्रे ने इसे आगे बढ़ाया। अब करीब 10 साल बाद शिल्पा शिंदे की शो में वापसी ने पुराने फैंस को भावुक कर दिया है और नए दर्शकों के मन में भी कई सवाल खड़े कर दिए हैं।
इसी बीच शिल्पा शिंदे का एक बयान खूब सुर्खियों में है, जिसमें उन्होंने शुभांगी अत्रे की तारीफ करते हुए कहा कि किसी के निभाए हुए किरदार को कॉपी करना बहुत मुश्किल होता है। उनका यह बयान केवल एक राय नहीं, बल्कि टीवी इंडस्ट्री की एक बड़ी सच्चाई को सामने रखता है।
भाभीजी घर पर हैं
‘भाभीजी घर पर हैं’ टीवी का ऐसा कॉमेडी शो है, जिसने हर उम्र के दर्शकों को हंसाया है। शो की कहानी, संवाद और किरदारों की मासूम कॉमेडी इसकी सबसे बड़ी ताकत रही है। अंगूरी भाभी का सही पकड़े हैं आज भी लोगों की जुबान पर है। यही वजह है कि इस किरदार से जुड़ा हर बदलाव चर्चा में रहता है।शिल्पा शिंदे ने जब यह रोल निभाया, तब अंगूरी भाभी की एक अलग पहचान बनी। उनकी सादगी, देसी अंदाज और कॉमिक टाइमिंग ने शो को नई ऊंचाई दी। बाद में विवाद के चलते जब उन्होंने शो छोड़ा, तब यह बड़ा सवाल था कि क्या कोई और इस किरदार को निभा पाएगा?
शुभांगी अत्रे की एंट्री और 10 साल का सफर
शिल्पा शिंदे के जाने के बाद शुभांगी अत्रे ने अंगूरी भाभी का किरदार संभाला। शुरुआत में तुलना होना तय था, लेकिन शुभांगी ने धीरे-धीरे अपने अभिनय से लोगों का भरोसा जीता। उन्होंने इस रोल को अपनी मेहनत, धैर्य और समझ से आगे बढ़ाया। बीते 10 सालों में उन्होंने अंगूरी भाभी को सिर्फ निभाया नहीं, बल्कि उस किरदार को एक नई पहचान दी। यही वजह है कि आज जब शिल्पा शिंदे वापसी कर रही हैं, तब शुभांगी अत्रे का नाम भी सम्मान के साथ लिया जा रहा है।
कॉपी करना मुश्किल है: शिल्पा शिंदे का साफ बयान
मीडिया से बातचीत में शिल्पा शिंदे ने बेहद साफ शब्दों में कहा कि “मैंने उस समय भी कहा था और आज भी कह रही हूं कि शुभांगी एक अच्छी एक्ट्रेस हैं। कॉमेडी करना हर किसी के बस की बात नहीं होती। किसी ऐसे किरदार में आना, जिसे कोई और पहले बना चुका हो, बहुत मुश्किल होता है।” शिल्पा ने यह भी माना कि जब कोई कलाकार पहले से किसी किरदार को लोगों के दिल में बैठा देता है, तो उसे दोहराना आसान नहीं होता। उस किरदार के साथ बहुत दबाव होता है और हर छोटी चीज की तुलना की जाती है।
कॉमेडी रोल निभाना क्यों होता है सबसे कठिन?
टीवी इंडस्ट्री में ड्रामा और रोमांटिक रोल आम होते हैं, लेकिन कॉमेडी सबसे चुनौतीपूर्ण मानी जाती है। कॉमेडी में टाइमिंग, बॉडी लैंग्वेज और संवाद की सही पकड़ जरूरी होती है। शिल्पा शिंदे का मानना है कि शुभांगी अत्रे ने इस चुनौती को बखूबी निभाया। उन्होंने कहा कि “अगर शुभांगी को कोई नया किरदार मिला होता, जिसे उन्होंने खुद शुरू से बनाया होता, तो शायद उन्हें और ज्यादा पहचान और तारीफ मिलती।”
शिल्पा शिंदे की वापसी
अब जब शिल्पा शिंदे दोबारा अंगूरी भाभी बनकर लौट रही हैं, तो सवाल यह है कि दर्शक इसे कैसे अपनाएंगे। पुराने फैंस के लिए यह नॉस्टैल्जिया है, जबकि नए दर्शकों के लिए यह एक नया अनुभव होगा। शिल्पा शिंदे की वापसी शो को नई ऊर्जा दे सकती है। साथ ही शुभांगी अत्रे द्वारा निभाए गए 10 साल के योगदान को भी नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।





