प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के परिवार पर अमर्यादित टिप्पणी के खिलाफ, दिल्ली की बीजेपी ने कांग्रेस मुख्यालय से कुछ दूरी पर जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा के नेतृत्व में मार्च निकाला गया, लेकिन दिल्ली पुलिस ने इसे कांग्रेस कार्यालय तक पहुंचने से पहले ही रोक दिया। पुलिस ने बैरिकेड्स तोड़ने वाले कार्यकर्ताओं पर वाटर कैनन चलाया और कई बीजेपी नेताओं को हिरासत में ले लिया।
विरोध प्रदर्शन और पुलिस की कार्रवाई
वीरेंद्र सचदेवा, सांसद योगेंद्र चांदोलिया और कैलाश गहलोत सहित कई कार्यकर्ता पुलिस बैरिकेड्स पार कर कांग्रेस मुख्यालय के करीब तक पहुँच गए। इसके प्रति पुलिस ने वाटर कैनन एवं अन्य कार्रवाई से प्रदर्शन को ख़त्म करवा दिया। इस दौरान बीजेपी के शाहदरा जिला अध्यक्ष दीपक गाबा घायल हो गए, उन्हें अस्पताल ले जाना पड़ा। कई अन्य कार्यकर्ताओं को I.P. एस्टेट थाने में हिरासत में लिया गया।
सचदेवा ने क्या कहा?
सचदेवा का मंच से कहना था कि “आजादी के बाद पहली बार देश के प्रधानमंत्री एक गरीब मां के बेटे के रूप में राष्ट्र सेवा कर रहे हैं, जिसे कांग्रेस सहन नहीं कर पा रही है।” उन्होंने कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए कहा कि राहुल गांधी चांदी का चम्मच लेकर पैदा हुए हैं, और उन्हें यह बर्दाश्त नहीं कि एक गरीब व्यक्ति देश में जनमानस में लोकप्रिय हो रहा है।
बीजेपी का निशाना: कांग्रेस की भाषा और परिवारवाद
राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुघ ने कहा कि कांग्रेस “शिशुपाल का रोल” निभा रही है; दूसरी ओर दुष्यंत गौतम ने कहा कि मोदी जी के विकास को देखकर कांग्रेस चिढ़ी हुई है। बीजेपी सांसद बांसुरी स्वराज ने कांग्रेस की भाषा की अमर्यादित शैली पर तंज कसते हुए कहा कि नेताओं की भद्दी भाषा से कार्यकर्ता भी प्रभावित होते हैं। योगेंद्र चंदोलिया ने कहा कि बिहार चुनाव में हार की बौखलाहट में ही यह भाषा सामने आई है और राहुल‑सोनिया परिवार पर विशेष टिप्पणी की। रामवीर सिंह बिधूड़ी ने ‘हाय हाय’ के नारे लगवाए और यह बताने की कोशिश की कि यह आवाज़ पूरे देश में पहुंच रही है। सांसद कमलजीत सहरावत ने भी इसे जनभावना से प्रेरित बताया।





