केन्द्र सरकार द्वारा महंगाई की दर को देखते हुए हर साल 2 बार जनवरी और जुलाई में केन्द्रीय कर्मचारियों व पेंशनरों के महंगाई भत्ता और महंगाई राहत की दरों में संशोधन किया जाता है, जो अखिल भारतीय उपभोक्ता मूल्य सूचकांक इंडेक्स के छमाही आंकड़ों पर निर्भर करता है। यह आंकड़े हर साल जनवरी से जून और जुलाई से दिसंबर के बीच जारी किए जाते है। 7वें वेतन आयोग के तहत आने वाले कर्मचारियों पेंशनरों का जनवरी 2025 से 2% डीए बढ़ाया गया था, जिसका ऐलान मार्च में हुआ था, जिसके बाद डीए 53% से बढ़कर 55% पहुंच गया है और अब जुलाई 2025 से फिर डीए की दरों में बदलाव होना है जिसका इंतजार है।
3 प्रतिशत बढ़ेगा केन्द्रीय कर्मचारियों पेंशनरों का महंगाई भत्ता?
दिवाली से पहले केन्द्रीय कर्मचारियों और पेंशनरों को महंगाई भत्ते का तोहफा मिलने की उम्मीद है। इस बार 7वें वेतन आयोग के तहत आने वाले सरकारी कर्मचारियों का 3 फीसदी महंगाई भत्ता बढ़ने की संभावना है, जिसके बाद डीए 55 फीसदी से बढ़कर 58 फीसदी हो जाएगा। यह अनुमान है कि अखिल श्रम मंत्रालय द्वारा जारी भारतीय उपभोक्ता मूल्य सूचकांक इंडेक्स के छमाही आंकड़ों से लगाया गया है। छमाही अंक 145 और डीए स्कोर 58.18% के आसपास पहुंचा है जो 3 % वृद्धि की ओर संकेत दे रहा है।इसका लाभ 50 लाख कर्मचारियों और 67 लाख पेंशनरों को मिलेगा।
दिवाली से पहले कैबिनेट बैठक में आएगा प्रस्ताव?
संभावना है कि दिवाली से पहले होने वाली कैबिनेट बैठक में केन्द्र की मोदी सरकार डीए की नई दरों का ऐलान कर सकती है, यहां से मंजूरी मिलने के बाद वित्त विभाग के आदेश जारी किए जाएंगे । चुंकी नई दरें जुलाई 2025 से लागू होंगी ऐसे में जुलाई से सितंबर तक का एरियर भी मिलेगा ।कयास लगाए जा रहे है कि अक्टूबर की सैलरी में 3 महीने के एरियर के साथ बढ़े हुए डीए का लाभ दिया जा सकता है।
कितनी बढ़ेगी सैलरी पेंशन
- अगर किसी कर्मचारी की बेसिक सैलरी 18,000 रुपये (7वें वेतन आयोग के अनुसार न्यूनतम मूल वेतन) है, तो 58 फीसदी डीए होने पर 10,440 रुपये सालाना का लाभ होगा। किसी कर्मचारी की बेसिक सैलरी 50,000 रुपये है तो 58% डीए के हिसाब से उसे 29,000 रुपये मिलेंगे। यानी उसे हर महीने 1,500 रुपये ज्यादा मिलेंगे।
- अगर किसी की मूल पेंशन 20,000 रुपये है, तो लगभग 600 रुपये की बढ़ोतरी होगी। अगर किसी पेंशनर की बेसिक पेंशन 30,000 रुपये है तो 58% के हिसाब से 17,400 रुपये होगी। यानी उन्हें हर महीने 900 रुपये ज्यादा मिलेंगे।
आईए जानते है कैसे होती है महंगाई भत्ते की गणना
- केंद्र सरकार के कर्मचारियों और पेंशनभोगियों के महंगाई भत्ते की गणना करने का एक फॉर्मूला है। फॉर्मूला है: 7वां सीपीसी डीए% = [{पिछले 12 महीनों के लिए एआईसीपीआई-आईडब्ल्यू (आधार वर्ष 2001=100) का 12 महीने का औसत – 261.42}/261.42×100]
- यह फॉर्मूला उन केंद्र सरकार के कर्मचारियों और पेंशनभोगियों पर लागू होगा जिन्हें सातवें वेतन आयोग की सिफारिशों के आधार पर वेतन मिलता है। डीए%= (392.83-261.42)/261.42×100 = 50.26
- पिछले 12 महीनों का औसत सीपीआई-आईडब्ल्यू 392.83 है। फॉर्मूले के मुताबिक, डीए मूल वेतन का 50.28 फीसदी आ रहा है। इसलिए, केंद्र सरकार महंगाई भत्ते को 50% (दशमलव बिंदुओं को नजरअंदाज करते हुए) तक बढ़ा सकती है।





