महाकालेश्वर मंदिर में होने वाली भस्म आरती का विशेष महत्व माना गया है। हर दिन तड़के 4 बजे होने वाली इस आरती में शामिल होने के लिए श्रद्धालुओं के बीच काफी उत्साह देखने को मिलता है। वैसे तो साल भर इस आरती में शामिल होने वालों का तांता लगा रहता है लेकिन 31 दिसंबर का दिन लोगों के बीच काफी महत्वपूर्ण होता है।
हर भक्त चाहता है कि 31 दिसंबर और नए साल का पहला दिन को वो महाकाल के आंगन में समय गुजारे और नए साल का स्वागत करे। भस्म आरती में शामिल होने वाले श्रद्धालुओं को अपनी बुकिंग पहले से करवानी पड़ती है। यह बुकिंग वैसे भी हमेशा फुल रहती है। इस साल भी अगर आप नए साल में भस्म आरती करना चाहते हैं तो यह जान लीजिए कि ऑफलाइन बुकिंग व्यवस्था बंद रहने वाली है।
महाकाल भस्म आरती की व्यवस्था
25 दिसंबर से लेकर 1 जनवरी तक का समय भीड़भाड़ वाला होता है। ऐसे में दर्शनार्थियों को किसी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े इसके लिए महाकाल मंदिर प्रबंध समिति ने 25 दिसंबर से 5 जनवरी तक ऑनलाइन बुकिंग व्यवस्था पहले से ब्लॉक कर दी है। ऐसे में 1 दिसंबर को जो श्रद्धालु आएंगे वह चलायमान दर्शन कर सकेंगे।
कैसे होंगे दर्शन
31 दिसंबर को भस्म आरती का ऑफलाइन पंजीकरण बंद रहेगा और 1 दिसंबर को कार्तिकेय मंडपम से चलायमान दर्शन व्यवस्था लागू रहेगी। चलित भस्म आरती का समय सुबह 4:15 से रहेगा। इसके बाद आम दर्शन का क्रम शुरू होगा। जो दर्शनार्थी आएंगे वह चार धाम मंदिर से त्रिवेणी संग्रहालय द्वारा से निकलकर महाकाल लोक होते हुए मंदिर में प्रवेश करेंगे। दर्शन के बाद उन्हें आपातकालीन निगम द्वारा से मंदिर से बाहर निकल जाएगा और वह बड़ा गणेश, हरसिद्धि चौराहा होते हुए वापस चार धाम पहुंचेंगे।





