समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने शुक्रवार को कन्नौज में जमकर केंद्र और राज्य की बीजेपी सरकार पर हमला बोला। उन्होंने महंगाई, बेरोजगारी और आरक्षण जैसे मुद्दों पर सरकार को घेरा और तीखे तंज कसे। भाषण में कई बार बीजेपी नेताओं को निशाने पर लेते हुए उन्होंने कहा कि ‘भाजपाई खुद ब्रांडेड व्हिस्की पिएंगे और जनता को भी पिलाएंगे, क्योंकि इन्हीं की सरकार में यही सबसे सस्ती चीज है।
अखिलेश ने आरोप लगाया कि बीजेपी ने देश का बाजार विदेशी कंपनियों को बेच दिया है और आम जनता को सिर्फ महंगाई और बेरोजगारी सौंपी है। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद पहली बार पूरी वोटर लिस्ट नए सिरे से बन रही है। जिससे साफ है कि बीजेपी को हार का डर सता रहा है।
भाजपा हमेशा आरक्षण के खिलाफ रही है
अखिलेश ने कहा कि बीजेपी की नीतियां सामाजिक न्याय के खिलाफ हैं। उन्होंने दावा किया कि ये सरकार पिछड़ों, दलितों और अल्पसंख्यकों की विरोधी है। उन्होंने कहा कि अगर कोई इनके खिलाफ बोलता है तो उसका हाल उपराष्ट्रपति जैसा कर दिया जाता है। उन्होंने सवाल उठाया कि उपराष्ट्रपति की तबीयत खराब होने पर कोई भाजपाई उन्हें देखने क्यों नहीं गया?
डिप्टी सीएम पहले लाठी वाले चौकीदार थे
सपा प्रमुख ने बिना नाम लिए यूपी के डिप्टी सीएम बृजेश पाठक पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि “अब जो डिप्टी सीएम हैं, वो पहले चौकीदार थे, लाठी वाले। उनके राज में अस्पताल की छठी मंज़िल तक कुत्ते घूमते हैं। उन्हें कई बार डांट भी पड़ चुकी है।”
पैसा भाजपाइयों ने खा लिया
अखिलेश ने कन्नौज रेलवे स्टेशन के निर्माण कार्यों पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि जहां लोहे की शटरिंग होनी चाहिए थी, वहां बांस-बल्लियों से छत डाली जा रही है। लोहे का पैसा भाजपाइयों ने दाने-पानी के नाम पर हड़प लिया। उन्होंने ऐलान किया कि सपा की सरकार बनी तो कन्नौज रेलवे स्टेशन को वर्ल्ड क्लास बनाया जाएगा।
भाजपा अपने मंत्री तक की सगी नहीं
सपा प्रमुख ने कहा कि बीजेपी के मंत्री तक को धरना देना पड़ रहा है। “भाजपाई जानते हैं कि पार्टी उनकी भी सगी नहीं है।”
कानपुर में धरने पर बैठे मंत्री और ऊर्जा मंत्री एके शर्मा का नाम लिए बिना अखिलेश बोले कि जो बिजली नहीं दे पा रहे, वो जनता से कह रहे हैं कि मंदिर जाकर घंटा बजाओ। अब हम सब मिलकर चुनाव में घंटा बजाएंगे। उन्होंने वादा किया कि सपा की सरकार बनी तो सस्ती और मुफ्त बिजली दी जाएगी।
अटल जी के लिए प्रस्ताव रखने वाला था नमाजी
अखिलेश ने बीजेपी पर ‘नमाजवादी पार्टी’ कहने को लेकर भी पलटवार किया। उन्होंने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी के नाम का प्रस्ताव जिस व्यक्ति ने रखा था, वो खुद 5 वक्त का नमाज़ी था। अखिलेश ने ये भी कहा कि बीजेपी का गठन जिस अधिवेशन में हुआ, उसमें सबसे ज़्यादा चंदा एक ऐसे व्यक्ति ने दिया जो बाद में पड़ोसी देश का प्रधानमंत्री या राष्ट्रपति बना।





