MP Breaking News
Fri, Dec 19, 2025

उत्तराखंड पंचायत चुनाव में हंगामा के बाद नैनीताल में चुनाव रद्द, द्वाराहाट में ईंट-पत्थर, हाईकोर्ट ने लिया संज्ञान

Written by:Vijay Choudhary
Published:
उत्तराखंड के पंचायत चुनावों में आई इन घटनाओं ने प्रदेश की सियासत को गरमा दिया है। नैनीताल में कथित अपहरण और द्वाराहाट में हुई हिंसक झड़प न केवल राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप का कारण बनी हैं, बल्कि चुनावी सुरक्षा पर भी सवाल खड़े कर रही हैं।
उत्तराखंड पंचायत चुनाव में हंगामा के बाद नैनीताल में चुनाव रद्द, द्वाराहाट में ईंट-पत्थर, हाईकोर्ट ने लिया संज्ञान

उत्तराखंड में पंचायत चुनावी सरगर्मी के साथ-साथ हंगामे से भी भरा रहा। प्रदेश की 12 जिला पंचायतों में अध्यक्ष और 89 ब्लॉकों में प्रमुख चुनने की प्रक्रिया के बीच नैनीताल से बड़ी खबर सामने आई। आरोप है कि मतदान के लिए जा रहे कांग्रेस के कुछ जिला पंचायत सदस्यों को रास्ते में जबरन उठा लिया गया। सोशल मीडिया पर इस कथित अपहरण का एक वीडियो वायरल होने के बाद कांग्रेस ने मोर्चा संभाला। कांग्रेस जिला अध्यक्ष राहुल छिमवाल ने भाजपा समर्थकों पर अपने सदस्यों को अगवा करने का आरोप लगाते हुए मामला हाईकोर्ट तक पहुंचाया। नेता प्रतिपक्ष ने भी वीडियो साझा कर तत्काल पुलिस कार्रवाई की मांग की।

हाईकोर्ट की सख्ती, चुनाव 18 अगस्त तक टला

मामले की गंभीरता को देखते हुए उत्तराखंड हाईकोर्ट ने तुरंत संज्ञान लिया। कोर्ट ने नैनीताल जिला पंचायत अध्यक्ष का चुनाव रद्द करते हुए 18 अगस्त तक के लिए स्थगित कर दिया। साथ ही, पुलिस को सभी लापता जिला पंचायत सदस्यों को ढूंढने का आदेश दिया गया। डीएम और एसएसपी को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कोर्ट से जुड़कर स्थिति की जानकारी देनी पड़ी। कांग्रेस ने दावा किया कि उनके चार जिला पंचायत सदस्य अब तक लापता हैं, जबकि भाजपा इन आरोपों को सिरे से खारिज कर रही है।

द्वाराहाट में हिंसक झड़प और ईंट-पत्थर

इसी दिन द्वाराहाट में ब्लॉक प्रमुख पद के लिए मतदान के दौरान भाजपा और कांग्रेस समर्थकों के बीच तनाव बढ़ गया। गवाहों के अनुसार, 40 में से 39 सदस्य मतदान कर चुके थे और आखिरी सदस्य मतदान केंद्र में प्रवेश कर रहा था, तभी दोनों पक्षों के समर्थकों में विवाद छिड़ गया।
मामला इतना बढ़ा कि धक्का-मुक्की, लात-घूंसे और फिर ईंट-पत्थर चलने लगे। पुलिस ने तुरंत हस्तक्षेप कर भीड़ को तितर-बितर किया और मतदान केंद्र से दूर खदेड़ा। इस झड़प में दो लोगों को मामूली चोटें आईं। यह घटना न केवल मतदान की शांति भंग करने वाली रही, बल्कि सुरक्षा व्यवस्था पर भी गंभीर सवाल खड़े कर गई।

चुनावी नतीजे और बाकी जिलों का हाल

जहां नैनीताल में चुनाव टल गया, वहीं चमोली में भाजपा प्रत्याशी दौलत बिष्ट ने जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर जीत हासिल की। उन्हें 26 में से 19 वोट मिले, जबकि निर्दलीय प्रत्याशी रमा राणा को 5 वोट प्राप्त हुए और दो वोट रद्द हो गए। कुछ जिलों में निर्विरोध निर्वाचन भी हुआ, जबकि छह जिलों में मतदान शांतिपूर्वक जारी रहा। हालांकि, नैनीताल के ‘अगवा’ विवाद और द्वाराहाट की हिंसा ने यह स्पष्ट कर दिया कि पंचायत चुनावों में प्रतिस्पर्धा के साथ तनाव भी चरम पर है।

उत्तराखंड के पंचायत चुनावों में आई इन घटनाओं ने प्रदेश की सियासत को गरमा दिया है। नैनीताल में कथित अपहरण और द्वाराहाट में हुई हिंसक झड़प न केवल राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप का कारण बनी हैं, बल्कि चुनावी सुरक्षा पर भी सवाल खड़े कर रही हैं। अब सबकी निगाहें 18 अगस्त पर टिकी हैं, जब नैनीताल में स्थगित चुनाव होगा और यह तय होगा कि इस विवाद का असर नतीजों पर कितना पड़ता है।