Dinesh Agarwal Success Story : कहते हैं सफलता पाने के लिए उम्र मायने नहीं रखती अगर दृढ़ निश्चय है, तो कोई भी काम नामुमकिन नहीं होता। आज हम आपको ऐसे ही एक शख्स से मिलवाने जा रहे हैं, जिन्होंने कॉरपोरेट करियर में बड़ी सफलता हासिल की है। इसके लिए उन्होंने अमेरिका में नौकरी छोड़ दी और इतना बड़ा रिस्क लिया। दरअसल, इंटरनेट की क्रांति ने उन्हें आज करोड़पति बना दिया है। तो चलिए आज के आर्टिकल में हम आपको दिनेश अग्रवाल की दिलचस्प सक्सेस स्टोरी बनाई बताएंगे।

कानपुर से की थी पढ़ाई
दिनेश अग्रवाल का जन्म 19 फरवरी 1969 को हुआ था। प्रारंभिक शिक्षा प्राप्त करने के बाद उन्होंने कानपुर में हरकोर्ट बटलर टेक्निकल यूनिवर्सिटी से कंप्यूटर साइंस में डिग्री हासिल की। इसके बाद उन्होंने बहुत सी बड़ी-बड़ी कंपनियों में काम किया, फिर उन्हें विदेश जाने का मौका मिला। यहां वह बहुत ही अच्छे पैकेज पर थे, लेकिन साल 1995 में उनके जीवन में बड़ा बदलाव आया। उस समय तत्कालीन प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव ने भारत में इंटरनेट के आगमन की घोषणा की थी। तभी उन्होंने नौकरी से रिजाइन दे दिया और भारत वापस लौट कर चले आए।
सरकार से नहीं मिली थी मंजूरी
हालांकि, उस समय उनके पास कोई बड़ा प्लान नहीं था। इंटरनेट की क्रांति में उनके जीवन को एकदम से बदल कर रख दिया। दरअसल, उन्होंने इंडियामार्ट (IndiaMart) कंपनी की स्थापना की जोकि ऑनलाइन-ऑफलाइन हाइब्रिड मॉडल से प्रभावित थी। बता दें कि यह सफलता कि राहों में इतनी तेजी से आगे बढ़ी कि वह कभी पीछे मुड़कर नहीं देखे। काफी समय बीत जाने के बाद दिनेश को यह लगा कि अब उन्हें भारत में एक वेबसाइट बनानी चाहिए, जिससे लोग डायरेक्ट उनकी कंपनी से कनेक्ट हो सके। इसके लिए उन्होंने साथ सरकार से इजाजत मांगी थी, लेकिन उन्हें नहीं मिली। मजबूर होकर उन्हें एक फ्री लिस्टिंग फॉर्म बनाना पड़ा, जहां से सभी बेकरार विक्रेताओं को प्रोडक्ट भेजा जाने लगा। इंडियामार्ट का टैगलाइन ग्लोबल गेटवे टू इंडियन मार्केट प्लेस था। जिसे मात्र 40,000 निवेश कर शुरू किया गया था जोकि आज करोड़ों में बदल चुकी है।
दिनेश अग्रवाल का नेट वर्थ
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, कंपनी के मालिक की संपत्ति यानी दिनेश अग्रवाल की नेट वर्थ 5,000 करोड रुपए से भी अधिक का है। बता दें कि साल 2010 में 52 सप्ताह के भीतर इंडियामार्ट के 52 ऑफिस खोले गए जोकि इतिहास में पहली बार हुआ था। आर्थिक संकट ने भारत को b2b का किंग बना दिया था। ट्रेडलाइन के मुताबिक, 31 मार्च 2024 तक दिनेश अग्रवाल की 9 कंपनियों में हिस्सेदारी हो चुकी है। इस कंपनी में हजारों की संख्या में लोग काम कर रहे हैं। इतनी बड़ी कंपनी के मालिक होने के बावजूद वह बिल्कुल सरल और सिंपल जीवन जीते हैं। आज इस मार्केट का वैल्यूएशन 17,224 करोड रुपए से भी अधिक का है।





