राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने अपने कार्यकाल के तीन वर्ष पूरे होने पर कहा कि इस दौरान राष्ट्रपति भवन को दिव्यांगजनों के अनुकूल बनाया गया है और नागरिकों के साथ इसका संपर्क बढ़ा है। उन्होंने बताया कि राष्ट्रपति भवन की वेबसाइट अब 22 भारतीय भाषाओं में उपलब्ध है, जिससे सूचनाओं की पहुंच व्यापक हुई है।
राष्ट्रपति ने शुक्रवार को एक संक्षिप्त टिप्पणी में कहा कि पिछले तीन वर्षों में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए जिनसे समाज के सभी वर्गों, विशेषकर वंचित और पिछड़े समुदायों को देश की विकास यात्रा से जोड़ा गया। उन्होंने इस बात पर संतोष व्यक्त किया कि राष्ट्रपति भवन, अमृत उद्यान और राष्ट्रपति भवन संग्रहालय अब दिव्यांगजनों के लिए अधिक सुलभ हैं।
50 सूत्री अनुशंसाओं को किया लागू
राष्ट्रपति भवन में पंडित दीनदयाल उपाध्याय राष्ट्रीय शारीरिक दिव्यांगजन संस्थान की 50 सूत्री अनुशंसाओं को लागू किया गया है, जिससे यह परिसर दिव्यांगजनों के अनुकूल बन गया है। इसके अलावा, प्रेसीडेंट्स एस्टेट में आगंतुकों के लिए सुविधा केंद्र, हैदराबाद में निलयम निकुंज, मशोबरा में कैफेटेरिया, स्मारिका दुकान, स्वागत कक्ष और एक पुनर्निर्मित जिम जैसी सुविधाएं शुरू की गई हैं।
250 से अधिक मदों की नीलामी शुरू
राष्ट्रपति ने भविष्य में और नई पहलों की उम्मीद जताई। उन्होंने बताया कि ई-उपहार सीजन 2 के तहत 250 से अधिक मदों की नीलामी शुरू की गई है, जिससे प्राप्त आय बच्चों के कल्याण के लिए दान की जाएगी। यह कदम सामाजिक समावेश और कल्याण के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।





