उमरिया जिले के चंदिया रोड रेलवे स्टेशन पर शनिवार को उस वक्त अफरा-तफरी मच गई, जब चावल लोडिंग के दौरान वैगन अचानक पीछे की ओर खिसक गई। रोज की तरह मजदूर ट्रकों से चावल उतारकर रेलवे वैगन में भरने का काम कर रहे थे। किसी को अंदाजा भी नहीं था कि कुछ ही पलों में यह काम एक हादसे में बदल जाएगा। जानकारी के मुताबिक, जैसे ही वैगन पीछे सरकी, वहां काम कर रहे मजदूर संतुलन नहीं संभाल पाए और नीचे गिर गए। इस हादसे में तीन मजदूर घायल हो गए, जबकि पास खड़े एक ट्रक की बॉडी भी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई।
चावल लोडिंग के दौरान कैसे हुआ हादसा
चंदिया रोड रेलवे स्टेशन के लोडिंग यार्ड में उस समय चावल से भरी वैगन रैंक में खड़ी थी। आसपास कई ट्रक चावल लेकर पहुंचे हुए थे। मजदूर ट्रकों से बोरे उतारकर वैगन में रख रहे थे। इसी दौरान अचानक वैगन की गाड़ी पीछे की ओर खिसक गई। यह इतना अचानक था कि मजदूरों को संभलने का मौका ही नहीं मिला। कुछ मजदूर सीधे नीचे गिर पड़े और कुछ ट्रक व वैगन के बीच फंसते-फंसते बचे। हादसे के बाद मौके पर चीख-पुकार मच गई और काम तुरंत रोक दिया गया।
तीन मजदूर घायल, अस्पताल में कराया गया भर्ती
इस रेल हादसे में तीन मजदूर घायल हुए हैं। स्थानीय लोगों और रेलवे कर्मचारियों की मदद से घायलों को तुरंत इलाज के लिए नजदीकी अस्पताल पहुंचाया गया। जानकारी के अनुसार, सभी घायल मजदूरों की हालत फिलहाल स्थिर बताई जा रही है। डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें निगरानी में रखा है। हालांकि, मजदूरों को चोटें आई हैं और कुछ समय तक काम पर लौटना उनके लिए मुश्किल हो सकता है।
ट्रक की बॉडी को भी भारी नुकसान
हादसे में सिर्फ मजदूर ही घायल नहीं हुए, बल्कि वैगन के पास खड़ा एक ट्रक भी चपेट में आ गया। वैगन के पीछे खिसकने से ट्रक की बॉडी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। ट्रक मालिक का कहना है कि लोडिंग के दौरान सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम नहीं थे। अगर समय रहते वैगन को सुरक्षित तरीके से रोका गया होता, तो यह नुकसान टल सकता था। फिलहाल ट्रक को यार्ड से हटाकर अलग खड़ा किया गया है।
रेलवे अधिकारी और आरपीएफ मौके पर पहुंचे
हादसे की सूचना मिलते ही रेलवे अधिकारी और आरपीएफ मौके पर पहुंच गए। पूरे घटनास्थल का निरीक्षण किया गया और लोडिंग यार्ड में काम कुछ समय के लिए रोक दिया गया। आरपीएफ ने मामले की जांच शुरू कर दी है। यह पता लगाया जा रहा है कि वैगन कैसे और क्यों पीछे खिसकी। शुरुआती जांच में लापरवाही या तकनीकी खराबी की आशंका जताई जा रही है, लेकिन अभी आधिकारिक तौर पर कुछ भी साफ नहीं कहा गया है।
सुरक्षा व्यवस्था पर उठे सवाल
इस घटना के बाद रेलवे लोडिंग यार्ड की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े हो गए हैं। चावल जैसी जरूरी सामग्री की लोडिंग रोजाना होती है और इसमें बड़ी संख्या में मजदूर काम करते हैं। अगर वैगन की ब्रेकिंग सिस्टम ठीक से जांची गई होती या अतिरिक्त सुरक्षा उपाय अपनाए गए होते, तो शायद यह हादसा नहीं होता। मजदूरों की सुरक्षा को लेकर अब रेलवे प्रबंधन पर जिम्मेदारी और बढ़ गई है।





