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Wed, Dec 17, 2025

अखिलेश यादव की ‘वोट अधिकार यात्रा’ पर केशव मौर्य ने साधा निशाना, कहा; ‘न तीन में, न तेरह में’

Written by:Saurabh Singh
Published:
सपा का बिहार में न तो कोई अतीत है, न वर्तमान और न ही भविष्य। उन्होंने दावा किया कि अखिलेश का बिहार से एकमात्र संबंध लालू प्रसाद यादव के परिवार से नातेदारी तक सीमित है।
अखिलेश यादव की ‘वोट अधिकार यात्रा’ पर केशव मौर्य ने साधा निशाना, कहा; ‘न तीन में, न तेरह में’

उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने सोमवार को समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख अखिलेश यादव पर तीखा हमला बोला। उन्होंने बिहार में अखिलेश की ‘वोट अधिकार यात्रा’ को नाकाम बताते हुए कहा कि उनकी हालत ‘न तीन में, न तेरह में’ जैसी रही। मौर्य ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में इस मुहावरे का इस्तेमाल कर तंज कसा, जिसका अर्थ है कि अखिलेश की इस यात्रा का बिहार की राजनीति से कोई लेना-देना नहीं रहा।

मौर्य ने अपनी पोस्ट में कहा कि सपा का बिहार में न तो कोई अतीत है, न वर्तमान और न ही भविष्य। उन्होंने दावा किया कि अखिलेश का बिहार से एकमात्र संबंध लालू प्रसाद यादव के परिवार से नातेदारी तक सीमित है। मौर्य ने आगे कहा कि बिहार की जनता अखिलेश की ‘खातिरदारी’ का इंतजार कर रही है, और इसका असर आगामी चुनावों में दिखेगा। यह बयान सपा और भाजपा के बीच बढ़ते राजनीतिक तनाव को दर्शाता है।

बिहार की जनता से अपील

अखिलेश यादव शनिवार को बिहार में राहुल गांधी की ‘वोट अधिकार यात्रा’ में शामिल हुए थे। भोजपुर के आरा में एक सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने बिहार की जनता से अपील की कि जिस तरह उत्तर प्रदेश के फैजाबाद-अयोध्या में लोकसभा चुनाव में भाजपा को हराया गया, वैसे ही मगध (बिहार) में भी उसे हराया जाए। अखिलेश ने भाजपा पर निर्वाचन आयोग को ‘जुगाड़ आयोग’ बनाने का भी आरोप लगाया था।

अखिलेश यादव का दावा

यह विवाद उस समय और गहरा गया, जब अखिलेश ने दावा किया कि सपा ने 2022 के विधानसभा चुनाव में ‘वोट चोरी’ के सबूत के साथ 18,000 हलफनामे निर्वाचन आयोग को सौंपे थे, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। मौर्य का यह तंज सपा और भाजपा के बीच चल रही राजनीतिक जंग का हिस्सा है, जो उत्तर प्रदेश और बिहार में आगामी चुनावों से पहले और तेज होने की संभावना है।