उत्तर प्रदेश की गाजीपुर पुलिस ने माफिया मुख्तार अंसारी के छोटे बेटे उमर अंसारी को गिरफ्तार कर लिया है। इस बात की पुष्टि गाजीपुर के पुलिस अधीक्षक डॉ. इरज राजा ने की। उमर पर आरोप है कि उसने अपनी फरार मां अफसा अंसारी के फर्जी हस्ताक्षर कर ₹10 करोड़ की जब्त की गई जमीन को छुड़ाने की कोशिश की थी।
पुलिस के मुताबिक, उमर अंसारी को रविवार रात (3 अगस्त) को लखनऊ से गिरफ्तार किया गया। आज सोमवार सुबह, उसे गाजीपुर पुलिस लाइन लाया गया, जहां मीडिया के सामने पेश किया गया। इस दौरान उमर दोनों हाथ जोड़कर कैमरों के सामने खड़ा नजर आया।
क्या है पूरा मामला?
गाजीपुर पुलिस द्वारा जारी प्रेस नोट के अनुसार, यह मामला 2021 में गाजीपुर कोतवाली क्षेत्र की एक कीमती कमर्शियल प्रॉपर्टी से जुड़ा है, जिसे गैंगस्टर एक्ट की धारा 14(1) के तहत जिलाधिकारी के आदेश पर कुर्क किया गया था। मार्च 2025 में एमपी-एमएलए कोर्ट ने इस कुर्की को सही ठहराया था। इसके खिलाफ एक अपील दायर की गई थी, जिसमें उमर अंसारी ने अपनी फरार मां अफसा अंसारी के फर्जी हस्ताक्षर कर दस्तावेज कोर्ट में पेश किए। दस्तावेजों की जांच में जब साइन मिलाए गए तो वह फर्जी निकले।
फरार वकील की तलाश
उमर के साथ इस फर्जीवाड़े में शामिल वकील लियाकत अली भी पुलिस के रडार पर है, जो इस समय फरार है। पुलिस उसकी तलाश में दबिश दे रही है। गाजीपुर के थाना मुहम्मदाबाद में इस मामले में अपराध संख्या 245/2025 के तहत उमर और लियाकत अली के खिलाफ BNS की धाराएं 319(2), 318(4), 338, 336(3), और 340(2) के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस के अनुसार, जब्त की गई संपत्ति की बाजार कीमत करीब ₹10 करोड़ है।
अब्बास अंसारी ने की थी पुष्टि
उमर की गिरफ्तारी की पुष्टि खुद उसके बड़े भाई और सपा नेता अब्बास अंसारी ने भी सोशल मीडिया पर की है। फिलहाल पुलिस उमर अंसारी को हिरासत में लेकर आगे की कानूनी प्रक्रिया पूरी कर रही है।





