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Sat, Dec 20, 2025

Amazing Psychological Facts : आपके मस्तिष्क की बिजली से जल सकता है एक बल्ब, जानिए दिमाग़ की बत्ती जला देने वाले मनोवैज्ञानिक तथ्य

Written by:Shruty Kushwaha
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Amazing Psychological Facts : आपके मस्तिष्क की बिजली से जल सकता है एक बल्ब, जानिए दिमाग़ की बत्ती जला देने वाले मनोवैज्ञानिक तथ्य

Psychological Facts : मनोविज्ञान मानव मन और मस्तिष्क को समझने और समझाने वाली शाखा है। मनोवैज्ञानिक (Psychologist) मनुष्य के मानसिक प्रक्रियाओं, व्यवहार और मानसिक स्वास्थ्य को अध्ययन करते हैं। इनका ध्यान व्यक्ति के विचार, भावनाओं, व्यवहार और व्यक्तित्व पर होता है। दुनियाभर में इस क्षेत्र में कई तरह की रिसर्च हुई है जिनमें अनेक रोचक और हैरान करने वाले तथ्य सामने आए हैं। आज हम आपको मानव मस्तिष्क से जुड़े कुछ हैरतअंगेज़ तथ्य बताने जा रहे हैं।

मानव मस्तिष्क से जुड़े कमाल के मनोवैज्ञानिक तथ्य

  1. नॉर्थवेस्टर्न यूनिवर्सिटी में मनोविज्ञान के प्रोफेसर पॉल रेबर के अनुसार मनुष्य का दिमाग अनुमानित 2,500,000 गीगाबाइट संग्रहित कर सकता है।अगर इसे मांपा जाए तो यह लगभग 300 वर्षों के टीवी शो के बराबर है।
  2. मनुष्य की ध्यान अवधि गोल्डफिश से भी कम होती है। शोध से पता चलता है कि पिछले 10 वर्षों में हमारे औसत ध्यान अवधि में औसतन 12 मिनट की कमी आई है। आज, मानव का ध्यान अवधि सुनहरी मछली से भी कम है। 
  3. किसी वयस्क मानव मस्तिष्क का औसत वजन लगभग तीन पाउंड होता है। अगर आप इसे नापे तो इसकी तुलना एक खरबूजे के वजन से की जा सकती है। 
  4. हमारे दिमाग़ में यादें एक ही समय में अल्पकालिक और दीर्घकालिक दोनों तरह से संग्रहित की जाती हैं। तंत्रिका विज्ञानी लंबे समय से जानते हैं कि हिप्पोकैम्पस (hippocampus) अल्पकालिक यादें संग्रहित करता है। हालाँकि, एक हालिया अध्ययन से पता चला है कि जहां अल्पकालिक यादें हिप्पोकैम्पस में बनती हैं, वहीं वे दीर्घकालिक यादें मस्तिष्क के दूसरे हिस्से में भी संग्रहित होती हैं।
  5. विटामिन बी1 अल्पकालिक और दीर्घकालिक स्मृति को बेहतर बनाने में मदद कर सकता है। दरअसल विटामिन बी1 मस्तिष्क रसायन एसिटाइलकोलाइन (acetylcholine) के उत्पादन के लिए आवश्यक है, जो ध्यान केंद्रित करने और यादों को संग्रहित करने के लिए आवश्यक है। एक ऑस्ट्रेलियाई अध्ययन से पता चला है कि जिन लोगों ने दो साल तक बी1 सप्लीमेंट और फोलिक एसिड का सेवन किया, उनकी लंबी और अल्पकालिक याददाश्त में सुधार हुआ।
  6. जानकारी तक आसान पहुंच इसे याद रखना कठिन बना सकती है। अगर आप जानकारी तक शीघ्रता से पहुंचने में सक्षम है तो ये जल्दी विलोपित भी हो सकती हैं। इसीलिए हम किसी भी जानकारी याम डेटा तक पहुंचने के लिए जितनी अधिक मेहनत करेंगे, उसे याद रखने की संभावना उतनी ही अधिक होगी।
  7. यादें गर्भ में ही बनने लगती हैं, क्योंकि यह मस्तिष्क के विकास के लिए महत्वपूर्ण समय होता है। मेमोरी रिकॉल गर्भावस्था के चार महीने की शुरुआत में ही हो सकता है।
  8. हमारा दिमाग़ हमारे शरीर की कुल ऑक्सीजन और ऊर्जा का 20% उपयोग करता है। मस्तिष्क शरीर की कुल ऑक्सीजन और ऊर्जा का 20 प्रतिशत उपयोग करता है, जो रक्त वाहिकाओं के माध्यम से मस्तिष्क तक जाता है। मस्तिष्क में तंत्रिका कोशिकाओं को बहुत अधिक ऊर्जा की आवश्यकता होती है। केंद्रीय तंत्रिका तंत्र के ऊतकों को पर्याप्त ऑक्सीजन और ऊर्जा के बिना, व्यक्ति बिगड़े हुआ मस्तिष्क कार्य और तंत्रिका संबंधी विकारों से पीड़ित हो सकता है।
  9. हमारा मस्तिष्क 73% पानी से बना है। मस्तिष्क में 73 प्रतिशत पानी होता है। आपके ध्यान और याददाश्त को नकारात्मक रूप से प्रभावित करने के लिए केवल 2 प्रतिशत निर्जलीकरण की आवश्यकता होती है। 
  10. क्या आप जानते हैं कि मानव मस्तिष्क 12-25 वॉट बिजली पैदा करता है।मस्तिष्क 12 से 25 वॉट बिजली उत्पन्न करता है, यह एक कम वॉट क्षमता वाले बल्ब को बिजली देने के लिए पर्याप्त है।वहीं मस्तिष्क में न्यूरॉन्स 150 मील प्रति घंटे की गति से यात्रा करते हैं। विभिन्न प्रकार के न्यूरॉन्स अलग-अलग गति से चलते हैं – उदाहरण के लिए, दर्द के संकेत अन्य की तुलना में बहुत धीमी गति से चलते हैं। 

(डिस्क्लेमर : ये लेख विभिन्न स्त्रोतों से प्राप्त जानकारियों पर आधारित है। हम इसकी पुष्टि नहीं करते हैं।)