उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के लखनऊ स्थित जनता दरबार में गुरुवार, 21 अगस्त को सुबह एक चौंकाने वाली घटना घटी। गाजियाबाद के लोनी निवासी 65 वर्षीय रिटायर्ड फौजी सतबीर गुर्जर ने जनता दरबार में पहुंचकर दावा किया कि उन्होंने जहरीला पदार्थ खा लिया है। इस खुलासे से वहां मौजूद अधिकारियों और लोगों में हड़कंप मच गया। तत्काल कार्रवाई करते हुए सतबीर को अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उनकी हालत गंभीर बनी हुई है।
सतबीर गुर्जर को घटना के तुरंत बाद लखनऊ के सिविल अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उनकी हालत को गंभीर बताया। बेहतर उपचार के लिए उन्हें मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया। सूत्रों के अनुसार, सतबीर अपनी शिकायत लेकर मुख्यमंत्री के जनता दरबार में पहुंचे थे, लेकिन निराशा और परेशानियों के चलते उन्होंने यह आत्मघाती कदम उठाया। उनकी स्थिति पर डॉक्टर लगातार नजर रख रहे हैं।
बीजेपी विधायक पर अवैध वसूली का आरोप
सतबीर गुर्जर ने जनता दरबार में लोनी के बीजेपी विधायक नंद किशोर गुर्जर पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने दावा किया कि विधायक उन्हें लगातार परेशान कर रहे हैं और उनकी जान को खतरा है। सतबीर ने विधायक पर करोड़ों रुपये की अवैध वसूली का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि विधायक के उत्पीड़न से तंग आकर उन्होंने जहरीला पदार्थ खाने का फैसला किया। इन आरोपों ने स्थानीय प्रशासन और राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है।
जनता दरबार की सुरक्षा पर सवाल
इस घटना ने मुख्यमंत्री के जनता दरबार की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। यह सवाल उठ रहा है कि कोई व्यक्ति जहरीला पदार्थ लेकर जनता दरबार तक कैसे पहुंच गया। प्रशासन ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच शुरू कर दी है। अधिकारियों का कहना है कि सतबीर गुर्जर के स्वास्थ्य में सुधार होने के बाद उनसे विस्तृत जानकारी ली जाएगी और मामले की तह तक जाकर उचित कार्रवाई की जाएगी।





