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Sat, Dec 20, 2025

चमोली में हेलंग डैम साइट पर भूस्खलन, 200 मजदूरों ने दौड़कर बचाई जान

Written by:Vijay Choudhary
Published:
चमोली में हेलंग डैम साइट पर भूस्खलन, 200 मजदूरों ने दौड़कर बचाई जान

उत्तराखंड के चमोली जिले में स्थित जोशीमठ के हेलंग क्षेत्र में एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया। यहां टीएचडीसी (THDC) की निर्माणाधीन विष्णुगाड़-पीपलकोटी जल विद्युत परियोजना की साइट पर शुक्रवार सुबह अचानक पहाड़ का बड़ा हिस्सा टूटकर नीचे गिर पड़ा। हादसे के समय वहां करीब 200 मज़दूर काम कर रहे थे।

काम के दौरान अचानक दरका पहाड़, मची अफरा-तफरी

यह हादसा सुबह करीब 11 बजे हुआ, जब डैम की डाइवर्जन साइट पर मज़दूर काम में व्यस्त थे। तभी पहाड़ी क्षेत्र से अचानक भारी मात्रा में मलबा और बड़े-बड़े पत्थर गिरने लगे। यह देख मजदूरों में हड़कंप मच गया और सभी अपनी जान बचाने के लिए भागने लगे। इस हादसे में 4 मज़दूरों को मामूली चोटें आई हैं, जिन्हें प्राथमिक उपचार के लिए अस्पताल भेजा गया है। राहत की बात यह रही कि इतनी बड़ी घटना के बावजूद किसी की जान जाने की खबर नहीं है।

वीडियो वायरल, मौके पर दहशत का माहौल

घटना का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि ऊपर से चट्टानें किस तरह भरभराकर गिर रही हैं और मज़दूर जान बचाकर भाग रहे हैं। वीडियो सामने आने के बाद पूरे इलाके में डर और दहशत का माहौल है। लोग इस तरह की घटनाओं से बेहद चिंतित हैं, क्योंकि लगातार हो रही बारिश के कारण पहाड़ पहले ही कमजोर हो चुके हैं।

रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए प्रशासन मौके पर रवाना

हादसे के तुरंत बाद स्थानीय तहसील प्रशासन, पुलिस और एसडीआरएफ (SDRF) की टीमों को अलर्ट कर दिया गया। रेस्क्यू और राहत कार्य के लिए टीमें घटना स्थल की ओर रवाना हो गई हैं। हालांकि, शुरुआती रिपोर्ट में बताया गया है कि मौके पर प्रशासन देर से पहुंचा, लेकिन अब स्थिति पर नजर रखी जा रही है और सुरक्षा को प्राथमिकता दी जा रही है। हादसे के बाद साइट पर काम कुछ समय के लिए रोक दिया गया है।

बारिश बनी मुसीबत, प्रशासन ने दी चेतावनी

बारिश के कारण पहाड़ों के कमजोर होने की वजह से इस तरह की घटनाएं लगातार हो रही हैं। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि बरसात के मौसम में पहाड़ी क्षेत्रों में जाने से बचें और सावधानी बरतें। प्रशासन ने निर्माण कार्य से जुड़ी कंपनियों को भी सुरक्षा मानकों को और सख्ती से लागू करने के निर्देश दिए हैं। स्थानीय लोगों और मजदूरों को किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए सतर्क रहने को कहा गया है।