उत्तराखंड में मानसून का असर लगातार जारी है। जगह-जगह भारी बारिश हो रही है जिससे लोगों का जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। कई जिलों में जलभराव, भूस्खलन और सड़क बंद होने की घटनाएं सामने आ रही हैं। बाढ़ और भूस्खलन की वजह से गांवों का संपर्क शहरों से कट गया है।
उत्तराखंड मौसम विज्ञान केंद्र ने सोमवार, 21 जुलाई के लिए एक बार फिर चेतावनी जारी की है। कई जिलों में भारी बारिश की संभावना जताई गई है। नैनीताल, चंपावत, उधम सिंह नगर और पौड़ी जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। इसके अलावा देहरादून, टिहरी, बागेश्वर, पिथौरागढ़, हरिद्वार, उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग और अल्मोड़ा में येलो अलर्ट जारी किया गया है।
तेज हवाओं के साथ बारिश
मौसम विभाग के मुताबिक इन जिलों में 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चल सकती हैं। इससे पेड़ गिरने, बिजली आपूर्ति बाधित होने और वाहनों की आवाजाही पर असर पड़ने की आशंका है। लोग सतर्क रहें और गैर जरूरी यात्रा न करें।
39 सड़कें बंद, 34 ग्रामीण क्षेत्र में
राज्य आपदा प्रबंधन विभाग के अनुसार भारी बारिश और भूस्खलन के कारण प्रदेश की 39 सड़कें अभी भी बंद हैं, जिनमें 34 सड़के ग्रामीण इलाकों की हैं। इन सड़कों पर यातायात पूरी तरह से बंद है। विभाग की टीमें सड़कें खोलने का काम कर रही हैं, लेकिन बारिश के कारण काम में रुकावट आ रही है।
चारधाम यात्रा पर भी असर
बारिश का असर उत्तराखंड की प्रसिद्ध चारधाम यात्रा पर भी देखने को मिला है। कई जगहों पर सड़कें अवरुद्ध होने से यात्रा को कई-कई घंटों के लिए रोकना पड़ा है। इससे तीर्थयात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
लोगों से सावधानी बरतने की अपील
प्रशासन और मौसम विभाग ने आम जनता से अपील की है कि वे बारिश के दौरान घर से बेवजह बाहर न निकलें, और यात्रा करने से पहले मौसम की जानकारी जरूर लें। बच्चों को बारिश में बाहर न भेजें और सुरक्षित स्थानों पर रहें।





